20 सितंबर तक भाद्रपद, इस माह में हरितालिका तीज, जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी - Khulasa Online 20 सितंबर तक भाद्रपद, इस माह में हरितालिका तीज, जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी - Khulasa Online

20 सितंबर तक भाद्रपद, इस माह में हरितालिका तीज, जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी

 हिन्दी पंचांग का छठा माह भाद्रपद शुरू हो गया है। ये महीना 20 सितंबर तक रहेगा। इस माह में जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी के साथ ही हरितालिका तीज, एकादशियां और श्राद्ध पक्ष की पूर्णिमा भी आएगी। यहां जानिए भाद्रपद माह के खास व्रत-पर्व…

बुधवार, 25 अगस्त को कजरी तीज और गणेश चतुर्थी व्रत रहेगा। इस तिथि पर देवी पार्वती और भगवान गणेश की विशेष पूजा और व्रत-उपवास करना चाहिए।

शनिवार, 28 अगस्त को श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम की जयंती है। इसे हलषष्ठी कहते हैं। कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए इस पर्व का महत्व काफी अधिक है।

सोमवार, 30 अगस्त को भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण का प्राकट्य उत्सव मनाया जाएगा। इसे जन्माष्टमी कहा जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के प्राचीन मंदिरों में दर्शन करें और भगवान को माखन-मिश्री का भोग तुलसी के साथ लगाएं।

गुरुवार, 2 सितंबर को जया एकादशी है। इसका एक नाम अजा एकादशी भी है। इस तिथि पर विष्णु जी के लिए व्रत-उपवास करें और भगवान की विशेष पूजा में केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करें।

शुक्रवार, 3 सितंबर को बछबारस है। इसे गोवत्स द्वादशी भी कहते है। इस तिथि पर गाय की और गाय के बछड़ों की विशेष पूजा करने की परंपरा है।

सोमवार, 6 सितंबर को भाद्रपद अमावस्या है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने की और दान-पुण्य करने की परंपरा है। अमावस्या पर पितरों के लिए धूप-ध्यान करना चाहिए।

गुरुवार, 9 सितंबर को हरितालिका तीज है। ये तिथि विवाहित महिलाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र, सेहत और सौभाग्य की कामना से देवी पार्वती के लिए व्रत करती हैं।

शुक्रवार, 10 सितंबर से दस दिवसीय गणेश उत्सव शुरू हो रहा है। घर-घर मिट्टी के गणेश की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी।

गुरुवार, 16 सितंबर को तेजा दशमी है। इस दिन तेजाजी महाराज छतरियां चढ़ाने की परंपरा है। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में इस तिथि का महत्व काफी अधिक माना जाता है।

शुक्रवार, 17 सितंबर को जलझूलनी यानी डोल एकादशी है। इस तिथि पर भगवान विष्णु और उनके अवतारों का ध्यान करते हुए व्रत-उपवास करने का विधान है।

रविवार, 19 सितंबर को अनंत चतुर्दशी है। इस दिन गणेश उत्सव का समापन होता है।

सोमवार, 20 सितंबर को भाद्रपद पूर्णिमा है। इसी तिथि से श्राद्ध पक्ष शुरू हो जाता है। पितरों के धूप-ध्यान करें और पवित्र नदियों में स्नान के बाद दान-पुण्य करें।

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