दो पल्लेदारों में बैक अकाउंट को बैक ने किया फ्रीज 6 महीने में 32 करोड का हुआ ट्रांजेक्शन - Khulasa Online दो पल्लेदारों में बैक अकाउंट को बैक ने किया फ्रीज 6 महीने में 32 करोड का हुआ ट्रांजेक्शन - Khulasa Online

दो पल्लेदारों में बैक अकाउंट को बैक ने किया फ्रीज 6 महीने में 32 करोड का हुआ ट्रांजेक्शन

बीकानेर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की उदासर ब्रांच ने दो पल्लेदारों के बैंक अकाउंट को फ्रीज कर दिए हैं। बीते छह महीने में उनके बैंक अकाउंट से करीब 32 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ था। एसबीआई की कार्रवाई के साथ ही दोनों बैंक अकाउंट की साइबर सिक्युरिटी सेल ने भी जांच शुरू कर दी है। हालांकि इस संबंध में दोनों पल्लेदारों ने बैंक अकाउंट में हुए करोड़ों रुपए के ट्रांजेक्शन से अनभिज्ञता जाहिर की है। उन्होंने बीते दिनों एक व्यापारी के खिलाफ जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में मुकदमा दर्ज करवाते हुए व्यापारी द्वारा धोखा किए जाने की बात कही।एसबीआई के एजीएम नीरज कुमार ने बताया कि बैंक में अकाउंट खुलवाने या किसी अन्य काम के लिए सहयोग उसी व्यक्ति से लें,जो आपके भरोसे का हो। समझ नहीं आने पर बैंक मैनेजर या कार्मिक का सहयोग लिया जा सकता है। अनजान व्यक्ति की बातों मेंआने से फ्रॉड होने की आशंका रहती है। किसी भी व्यक्ति से अपनी बैंक संबंधी गोपनीयता शेयर नहीं करें। लोन दिलाने के नाम परसाइबर फ्रॉड करने वाले इन दिनों सक्रिय हैं, ऐसे में सचेत और सावधान रहना जरूरी है।अन्यथा किसी बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं। एसबीआई या संबंधित किसी भी बैंक के अधिकृत मोबाइल एप पर नजर रखें ताकिसमय-समय पर आप द्वारा किए जाने वाले ट्रांजेक्शन पर नजर रखी जा सके। ट्रांजेक्शन गलत होने पर तुरंत संबंधित बैंक अधिकारीको बताएं। अनजान लिंक को भी क्लिक नहीं करें। गूगल सर्चिंग में भी कई बार धोखा हो जाता है, बैंक की अधिकृत वेबसाइट हीदेखें। बैंक पर लगे टोल फ्री नंबर को मोबाइल में सेव कर लें।
पल्लेदारों ने ही खुलवाए थे करंट अकाउंट : मैनेजरएसबीआई की उदासर ब्रांच मैनेजर शिवांगी शर्मा ने बताया कि पल्लेदारों ने ही बैंक में करंट अकाउंट खुलवाए थे। अब वे कह रहे हैं,उन्होंने अकाउंट से 32 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन नहीं किया। इस संबंध में साइबर सिक्युरिटी और स्थानीय पुलिस जांच कर रहीहै। आयकर विभाग ने अभी तक बैंक से कोई भी जानकारी नहीं मांगी है।पेमासर गांव के देबूराम पुत्र गणपतराम जाट और इसी गांव के बजरंग लाल पुत्र सुरजाराम जाट ने पुलिस को बताया कि उनकीजान-पहचान अक्टूबर 2023 में श्रीबालाजी निवासी अरुण शर्मा पुत्र मेघराज से हुई थी। अरुण ने कहा कि वह उन्हें सस्ती ब्याज दरपर लोन दिला देगा। वे आरोपी की बा में आ गए और उन्होंने उदासर ब्रांच में अकाउंट खुलवा लिए। इस दौरान आरोपी भी उनकेसाथ बैंक गया। महीनों बीत जाने के बाद भी जब आरोपी ने लोन नहीं दिलाया तो उसे फोन किया, लेकिन उसने कोई रिस्पांस नहींदियाइस बीच उदासर बैंक मैनेजर ने फोन कर अकाउंट की केवाईसी करवाने का कहा। साथ ही उन्होंने बताया कि आपके बैंक खातों मेंकरोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है। इससे पहले उन्हें बैंक में हुए करोड़ों रुपए के ट्रांजेक्शन के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।आरोपी अरुण शर्मा ने पल्लेदार देबूराम के बैंक अकाउंट से करीब 7 करोड़, 19 लाख रुपए तथा बजरंग लाल के बैंक अकाउंट से करीब 25 करोड़, 20 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन विभिन्न फर्मों में किया है।

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