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चलती कार में युवती से गैंग रेप, तीन कारों में 11 लोग वारदात में शामिल

जयपुर। उत्तर प्रदेश में सोशल मीडिया पर वायरल हुए चलती कार में गैंग का एक वीडियो जयपुर का निकला। जयपुर कमिश्नरेट पुलिस के सामने वीडियो सामने आया तो 36 घंटे में उत्तर प्रदेश निवासी पीडि़ता को ढूंढ निकाला और उसे जयपुर बुलाकर मामला दर्ज किया। पीडि़ता ने वीडियो 16 माह पुराना बताया और गैंग रेप करने वालों से डरकर चुपचाप अपने घर लौट गई।
वीडियो में चलती कार में पीछे सीट पर बैठा एक युवक पीडि़ता से बलात्कार कर रहा है और उसके बगल में बैठा युवक गला दबाकर पीडि़ता के साथ खींचतान कर रहा है। कार में ही आगे चालक सीट के बराबर में बैठा युवक मोबाइल से वीडियो बना रहा है। बलात्कार करने वाले युवक और युवती का वीडियो में चेहरा साफ दिखाया जा रहा है। जबकि अन्य सवार युवक अभद्र बातचीत कर रहे हैं। भाषा के आधार पर वीडियो जयपुर शहर के आस-पास का होने का दावा किया गया था।
मानसरोवर एक होटल में ठहरी थी
पीडि़ता ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक युवक से संपर्क हुआ। उक्त युवक ने जयपुर बुलाया। यहां मानसरोवर एक होटल में ठहरी और युवक ने अजमेर रोड पर कैब से बुलाया। वहां बाइक पर बैठाकर अपने साथ ले गया। इसके बाद कार में अपने साथियों के साथ बैठा लिया। तीन कारों में 11 लोग सवार थे। पीडि़ता के साथ कार में बलात्कार किया गया। फिर उसे एक कार से दूसरी कार में बैठाकर बलात्कार किया गया। बाद में उसे छोड़कर आरोपी भाग गए। वर्ष 2019 में हुई इस घटना के बाद वह जयपुर नहीं आई।
वेश्यावृत्ति के धंधे से जुड़े आरोपी
बताया जाता है कि युवती से गैंग रेप करने वाले आरोपी वेश्यावृत्ति के धंधे से जुड़े हैं। युवती और वेश्यावृत्ति के लिए आने वाले धनाड्य लोगों के अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते हैं। हालांकि गिरोह के लोगों के पकड़े जाने के बाद और भी वारदात का खुलासा हो सकेगा। गिरोह के तार जयपुर के अलावा उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश से जुड़े हैं।

7 आइपीएस, 10 आरपीएस और 50 सीआई जुटे दिन-रात
उत्तर प्रदेश में वायरल हुआ वीडियो जयपुर कमिश्नरेट पुलिस के पास शुक्रवार रात 8 बजे एक एडवोकेट ने पहुंचाया। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने वीडियो को गहनता से देखा और उसकी बातचीत सुनी। बातचीत जयपुर या फिर आस-पास के युवकों की लगी। तब जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा को वीडियो में शामिल युवक और युवती को तलाशने की जिम्मेदारी सौंपी। अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने जयपुर के आइपीएस प्रदीप मोहन शर्मा, दिंगत आनंद, पारिस देशमुख, हरेन्द्र महावर और अभिजीत सिंह सहित 10 आरपीएस और 50 सीआइ की टीम बनाई। करीब 100 से अधिक अन्य पुलिसकर्मी शामिल किए गए। वीडियो के मुताबिक, वेश्यावृत्ति से जुड़े लोगों के शामिल होने की तस्दीक की गई। वेश्यावृत्ति से जुड़े 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई। जयपुर की होटलों की सर्च की गई। रविवार सुबह जाकर पुलिस को उत्तर प्रदेश के हरदोई में रहने की जानकारी मिली। पुलिस ने युवती से संपर्क किया और उसे जयपुर बुलाया। रविवार रात को जयपुर पहुंची युवती से मानसरोवर थाने में मामला दर्ज करवाया।

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