
एक ही जगह जमे बाबुओं के लिए आई बुरी खबर






जयपुर। राजस्थान के राजस्व विभाग में लंबे समय से एक ही जगह जमे बाबुओं के लिये बुरी खबर है. गहलोत सरकार लंबे समय से एक ही सीट पर जमे बाबुओं सीटें हिलाने जा रही है. राजस्व विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार जिला कलेक्टर और संभागीय आयुक्त के निजी स्टाफ में शामिल ऐसे कर्मचारी जो पांच वर्ष से एक ही स्थान पर कार्यरत है उनका तबादला करने के निर्देश दिये गये हैं. राज्य सरकार के इस नए आदेश को जिला कलेक्टर और संभागीय आयुक्तों के निजी स्टाफ पर शिकंजा कसने के तौर पर देखा जा रहा है. सरकार के इस नए फरमान से एक ही स्थान पर जमे बाबुओं को अपनी पसंदीदा सीट छोडऩी पड़ेगी।
राजस्व विभाग के प्रमुख शासन सचिव आनंद कुमार ने सभी जिला कलेक्टर्स एवं संभागीय आयुक्तों को ऐसे कार्मिकों के तबादला करने के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही साथ ही सभी कलेक्टर्स को आदेशों की पालना की रिपोर्ट भेजने के लिये भी कहा गया है। राजस्व विभाग ने सभी जिला कलेक्टर को लिखे पत्र में कहा है कि कलक्ट्रेट, उपखंड कार्यालयों, तहसील/उप तहसील कार्यालय में बरसों से जमे बाबुओं का तबादला कर देना चाहिये. आदेश में लिखा है कि पीए, रीडर, बाबू व अन्य स्टाफ जो एक ही स्थान पर 5 वर्ष से अधिक समय से कार्यरत हैं उनका तबादला किया जाये. लंबे समय से एक ही सीट पर एक कार्मिक का जमा रहना प्रशासनिक दृष्टि से यह उचित नहीं है।
सरकार के नए आदेश के कई मायने
दरअसल इस तरह की शिकायतें लंबे समय से आ रही थी कि जिला कलेक्टर्स एवं संभागीय आयुक्त के निजी स्टाफ में शामिल बाबू और अन्य कार्मिक वर्षों से एक ही स्थान पर जमे हुए हैं. इससे भ्रष्टाचार भी बढ़ रहा है. इस आदेश को भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के तौर पर भी देखा जा रहा है. उल्लेखनीय है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने 23 दिसंबर 2020 को 1.40 लाख रुपये की रिश्वत लेते बारां कलेक्टर के पीए को पकड़ा था. पकड़े गये पीए ने अपने बयानों में एसीबी को बताया था कि उसने कलेक्टर के कहने पर घूस ली थी. इसके बाद एसीबी ने बारां के तत्कालीन कलक्टर आईएएस इंद्रसिंह राव को जयपुर में गिरफ्तार कर लिया था


