
पीबीएम में 200 करोड़ घोटाला मामला: सुपरीडेंट, प्राचार्य व कई डॉक्टर्स शामिल!, गर्ग तक पहुंचा मामला




– बीकानेर महाराजा एम.आर.आई फर्म का ऐसा खुलासा, जिसकी आपने नहीं की होगी कल्पना
– पीबीएम में 200 करोड़ घोटाला मामला
– आरटीआई एक्टिविस्ट विजय दीक्षित ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव हेमन्त कुमार गर्ग को लिखा पत्र
खुलासा न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुका है। लगातार घपले व कमीशीनखौरी के मामले सामने आ रहे है। अब ताजा मामला 200 करोड़ रुपए के घपला होने का है। इस घोटाले मामले की फाइल जयपुर में है। इस गंभीर मसले को लेकर बारिकी से जांच-पड़ताल की जा रही है। इस बीच महाराजा एम आर आई की प्रतिदिन की कमाई का आंकड़ा भी सामने आया है। एक ऐसा आकड़ा है जिसकी शायद आपने कल्पना ही नहीं की होगी। बीकानेर में महाराजा एम.आर.आई के ठेकेदार नेक्सेस चला रहे है। यह ठेकेदार प्रतिदिन 5 लाख से ज्यादा रूपए की कमाई करते है। इस संबंध में आरटीआई एक्टिविस्ट विजय दीक्षित ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव हेमन्त कुमार गर्ग को पत्र लिखा है। इस पत्र में दीक्षित ने नियम विरुद्ध एम.आर.आई.निविदा को उच्च स्तरीय साँठ गांठ से पुन: उसी फ़र्म को दिए जाने सम्बन्धित भ्रष्टाचार की सूचना पर उक्त टेंडर तो तुरंत प्रभाव से रोकने की मांग की है । साथ ही बताया कि आरपीपीटी एक्ट के अनुसार किसी भी टेण्डर की चाहे अवधि हो या अमाउण्ट हो वन थर्ड से अधिक आगे नहीं बढ़ा सकते है।
महाराजा एम.आर.आई.फर्म से मरीज सहित ईमानदार डॉक्टर्स भी परेशान
आरटीआई एक्टिविस्ट विजय दीक्षित ने पत्र में लिखा है कि पी.बी.एम.अस्पताल जो कि बीकानेर संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है । यहां पर बीकानेर संभाग के मरीज ही नहीं बल्कि हरियाणा पंजाब के गंभीर मरीज भी आते है, इस कारण पी.बी.एम.परिसर में तीन एम.आर.आई मशीन की कम से कम आवश्यकता है साथ ही इस फ़र्म से पुरे संभाग के मरीज़ों सहित कुछ ईमानदार डॉक्टर्स भी परेशान है लेकिन फ़र्म के उच्च स्तरीय राजनीतिक एवं प्रशासनिक पकड़ और साँठ-गांठ के कारण समस्त शिकायतों को नजऱ अंदाज किया जाता रहा है अत: बिना इसकी जाँच किये एवं नियमों विरुद्ध यदि इसका नवीनीकरण किया गया तो बीकानेर संभाग के लोग इसके खि़लाफ़ क़ानूनी प्रक्रिया का सहारा लेंगे ।
घपले में सुपरीडेंट, प्राचार्य सहित कई डॉक्टर्स शामिल
आरटीआई एक्टिविसट ने पत्र में लिखा है कि महाराजा एम.आर.आई टेण्डर संबंधित 200 करोड़ रुपए का घपले में सुपरीडेंट, प्राचार्य सहित कई डॉक्टर्स मिले हुए है और महाराजा एम.आर.आई के टेण्डर की अवधि आगे बढ़ाने का प्लान बड़े स्तर पर कर रहे है । ज्ञात यह भी हुआ है कि महाराजा एम.आर.आई के ठेकेदार की प्रतिदिन की कमाई 5 लाख से ज्यादा की है और सेवाएं निम्न स्तर की है, उक्त मशीने पुराने वर्जन की होने से जांचे उस स्तर कि नही हो पा रही जिस स्तर कि होनी चाहिए साथ ही इस कारण मरीज़ों कि लाइफ़ प्रभावित हो रही है इन सबको छुपाने के लिए सम्बंधित डॉक्टर एवं स्टाफ को कमीशन मिलता है । इस कमीशन के चलते प्राचार्य, सुपरीडेंट व अन्य डॉक्टर्स महाराजा एम.आर.आई टेण्डर की अवधि आगे बढ़ाने को आतुर है और नियमों विरुद्ध भी इस टेंडर का नवीनीकरण करने का भरसक प्रयास कर रहे है ।




