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पॉजिटिव-नेगेटिव के मैसेज से बीकानेरवासी सकते में….मोबाइल संदेशों ने बनाया कोरोना का मजा$क!

खुलासा न्यूज,बीकानेर। विश्वव्यापी कोरोना महामारी में लोगों के पास चिकित्सा विभाग का ही सबसे प्रमुख आसरा है। कोविड.19 की जांच करने वाले इसी विभाग की तरफ से जारी होने वाली रिपोर्ट पर हर कोई आंख मंूद कर भरोसा करता है, लेकिन पिछले कई दिनों से जिले में कई अजीबोगरीब मामलों के चलते लोगों का विश्वास रिपोर्ट प्रणाली पर डिगता नजर आया। दरअसल, एक नहीं चार-चार मामलों में ऐसा हुआ कि जिनकी रिपोर्ट पूर्व में पॉजिटिव आ चुकी है, उन्हें रिपोर्ट के नेगेटिव होने के मोबाइल पर संदेश मिल गए। इससे संबंधित मरीज व उनके परिवारजन पशोपेश में पड़ गए। छानबीन करने के बाद बताया गया कि यह गलती मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबाईलॉजी विभाग की असावधानी बरते जाने के कारण हो रही है।
संदेश से पनपा संदेह
जानकारी के अनुसार मुरलीधर निवासी रामकुमार की ओर से करवाई गई कोविड.19 जांच पॉजिटिव आई। तदनुरूप उन्होंने उसका उपचार करवाया। ऐसे में अचानक उनके मोबाइल पर एसएमएस आया कि उनकी रिपोर्ट नेगेटिव मिली है। इससे वे और उनके परिवारजन सकते में आ गए। ऐसी ही गड़बड़ी साले के होली निवासी राजेश के साथ हुई। गत 23 तारीख को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव बताकर उन्हें होम आईसोलेट कर दिया गया। अगले ही दिन उसी रिपोर्ट का एसएमएस आया कि उन्होंने 19 तारीख को जो सेम्पल दिया था, वह नेगेटिव आया है। इसी तहर बिन्नाणी चौक निवासी दो नौनिहाल दक्ष व विधि की रिपोर्ट में भी कुछ इसी तरह हुआ। जब पहले पॉजिटिव दिखाकर उनको पॉजिटिव बता दिया गया। इस संबंध में शिकायतें मिलने के बाद पता जब खुलासा ने अपने स्तर पर इसकी तहकीकात की तो सामने आया कि यह गड़बड़ मेडिकल कॉलेज स्तर पर हो रही है। उसके द्वारा एक साथ चार नम्बरों में नेगेटिव का मैसेज भेज दिया गया। जबकि सभी जने पूर्व में बताए अनुसार पॉजिटिव ही हैं।
गलती से आए एसएमएस
इस संबंध में मेडिकल कॉलेज से पता करवाया गया। कुछ जनों को गलती से नेगेटिव के मोबाइल मैसेज आ गए हैं। वे सभी पूर्व में ही पॉजिटिव आ चुके हैं। ंइस संबंध में आज बैठक की आवश्यक दिशा निर्देश दिए गये है और कार्मिकों को सतर्कता बरतने की हिदायत दी गई है।
-डॉ.बी एल मीणा, सीएमएचओ

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