Gold Silver

सिवरेज चैंबर की गैस से दो सफाईकर्मियों की मौत, वाल्मीकि समाज ने प्रदर्शन कर रास्ता जाम किया

खुलासा न्यूज नेटवर्क। चूरू जिले में दो सफाई कर्मचारियों की सीवरेज चैंबर की गैस के प्रभाव में आने से मौत हो गई। दोनों ने सफाई करने के लिए चैंबर का ढक्कन खोला ही था कि एक कर्मचारी गैस की चपेट में आ गया और चैंबर में गिर गया। दूसरा कर्मचारी उसे निकालने के लिए जैसे ही चैंबर के अंदर की ओर झुका वो भी बेहोश होकर अंदर गिर गया। पास ही काम कर रहे नगरपालिका कर्मियों ने करीब 10 मिनट में ही दोनों को निकाल लिया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। मामला सुजानगढ़ शहर के चापटिया तलाई का है।
जानकारी के मुताबिक, सिवरेज कंपनी के लिए काम करने वाले श्रवण कुमार (41) पुत्र ओमप्रकाश और धर्मेंद्र (34) पुत्र राजकुमार चैंबर्स के रखरखाव का काम देखते थे। शनिवार को भी दोनों अपने काम में लगे थे। श्रवण ने जब चापटिया तलाई के पास बने चैंबर को खोला तो वह गैस की चपेट में आ गया और 18 फीट गहरे चैंबर में गिर गया। धर्मेन्द्र भी हड़बड़ाहट में उसे बचाने की कोशिश में अन्दर गिर गया। थोड़ी दूर ट्रैक्टर पर काम कर रहे उनके साथियों को जब दोनों के अन्दर गिरने का पता चला तो वे दौड़कर बचाने के लिए पहुंचे। चैंबर में पानी भरा होने के कारण पहले नगर परिषद की जेटिंग मशीन से पानी निकाला, जिसमें करीब 10 मिनट लग गए। इस दौरान दोनों सफाईकर्मियों की मौत हो गई। अचानक हुए हादसे की खबर मिलने पर नगर परिषद कर्मचारी, टीम हारे का सहारा के सदस्य और शहरवासी बड़ी संख्या में घटना स्थल पहुंचे। दोनों को बगडिय़ा हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। बता दें कि दोनों सफाईकर्मियों के पास सुरक्षा से संबंधी बेल्ट, मास्क और दूसरी चीजें नहीं थी।

 

वाल्मीकि समाज ने किया प्रदर्शन, रास्ता रोका

हादसे की सूचना पर बगडिय़ा हॉस्पिटल में भारी भीड़ जमा हो गई। इसके बाद वाल्मीकि समाज के लोगों ने पोस्टमार्टम नहीं करवाने और शव नहीं लेने की घोषणा करते हुए नगर परिषद और सिवरेज कंपनी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हॉस्पिटल के सामने करीब एक घंटे तक रास्ता जाम करके रखा। प्रदर्शन के बीच डीएसपी दरजाराम ने वाल्मीकि समाज के लोगों से समझाइश करते हुए रास्ता खुलवाया।

 

समझौते के बाद माने परिजन और प्रदर्शनकारी

प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि इस हादसे में जान गंवाने वाले श्रवण कुमार (41) पुत्र ओमप्रकाश निवासी वाल्मीकि बस्ती की शादी आठ साल पहले हुई थी। उसके दो बेटे हैं। वहीं हादसे के दूसरे मृतक धर्मेंद्र (34) पुत्र राजकुमार सरपटा की शादी 5 साल पहले हुई थी, उसकी बेटियां है।
फिलहाल, एडीएम मंगलाराम पूनिया, एसडीएम ओमप्रकाश वर्मा, डीएसपी दरजाराम के साथ वाल्मीकि समाज के लोगों के साथ समझौता वार्ता की। वाल्मीकि समाज ने दोनों मृतकों के परिजनों को नौकरी और बड़ी राशि मुआवजे के रूप में देने की मांग रखी थी। जिनपर सहमति बन गई है। इसके बाद वाल्मीकि समाज के लोग और परिजन दोनों मृतकों का पोस्टमार्टम करवाने पर राजी हुए। देर शाम शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिए गए।

Join Whatsapp 26