
आखिर कब होगी इन पर कार्यवाही भांग की आड़ मे शहर में बिक रहा है खुल्लेआम नशा






बीकानेर(शिव भादाणी)। होली का त्यौहार आते ही शहर में बुजुर्गों से लेकर युवाओं में होली की मस्ती छा जाती है। लेकिन इस मस्ती का माहौल में कभी कभार नुकसान हो जाता है इसका मुख्य कारण है शहर में होली के अवसर पर बिकने वाली भांग से बनने वाली मिठाई, आईसक्रीम, कचौली सहित कई ऐसे व्यंजन है जो भांग को डालकर बेची जाती है। लेकिन कुछ लालची प्रवृत्ति के व्यापारी भांग की जगह पानामेथी पीसकर उसके साथ नशे की गोलियां मिलाकर बेचते है। जो शरीर के लिए बेहद खतरनाक है। अगर देखा जाये तो पूरे शहर भांग के भुजियें पूरे शहर में बिक रहे है। मजे की बात है खुलेआम बिक रहा है नशा लेकिन स्वास्थ्य विभाग या पुलिस कोई भी इस पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। कई बार देखा जाता है कि व्यापारी अपने फायदे के लिए मेडिकल स्टोर से नशे की गोलियों को खरीदकर उसको भूजिया व अन्य भांग से बनने वाली समान में मिला दी जाती है। जो बहुत नुकसान दायक होती है। स्वास्थ्य विभाग ने आज तक कोई सैंपल नहीं लिया। जबकि होली के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग सिर्फ मावा पकडऩे को लेकर अलर्ट रहता है वो भी एक दो जगह कार्यवाही कर इतिश्री कर लेते है। शहर के मोहता चौक, बड़ा बाजार, नत्थुसर गेट, बारहगुवाड़, जस्सूसर गेट सहित कई ऐसे इलाके है जहां भारी मात्रा में नशे की बनी मिठाईयां भुजियां बिकते है। पूरे शहर को जानकारी है कि नशे का सामान कहां मिलेगा बस पता नहीं है तो स्वास्थ्य विभाग व पुलिस को नहीं है।
इन दिनों बीकानेर में भुजिया के अलावा माजम और केसर कुल्फी की सर्वाधिक मांग है.माजम की डब्बी 400 रुपए से लेकर 1500 रुपए तक मिलती है माजम गुलकंद और ड्राई फूड्स से बना एक ऐसा खाद्य उत्पाद है जिसमें भांग की मात्रा होती है। माजम की एक डब्बी 400 सौ से 1500रुपए तक मिलती है शहर में होली के दौरान माजम की मांग बढ़ जाती है और होली के रसिया के पास सुलभता से मिल जाती है. माजम के अलावा सर्वाधिक मांग होली के दौरान भांग से बनी केसर कुल्फी की रहती है. शहर के लगभग सभी आइसक्रीम पार्लर पर भांग से बनी केसर कुल्फी उपलब्ध हो जाती है.
मिठाईयो और नमकीन के दाम हुए दुगुने
रोजाना बादाम की कतली 500 से 600 रुपए तक आती है, लेकिन भांग निर्मित बादाम कतली 1000 रुपए में बेची जा रही है. वही गुलाब जामुन 250 से 350 रुपए तक मिलते है, लेकिन भांग निर्मित गुलाब जामुन 700 से 800 रुपए मिलते है, मोतीपक और दिलखुसाल भी 700 से 800 रुपए बिक रही है. वही भुजिया आमतौर पर 160 से 200 रुपए किलो मिलता है, जबकि भांग के भुजिया 400 रुपए किलो बिक रहे है. साथ ही चॉकलेट और आइसक्रीम भांग निर्मित 100 रुपए में बिक रही है. वहीं 10 रुपए में बिकने वाली कचौड़ी अब 20 रुपए में बिक रही है. कई ऐसे खाने का आइटम है जो भांग मिलाकर बेच जा रहे है।
इनका कहना है
मेरे ध्यान में नहीं है अगर ऐसा है तो टीम को कहकर आज ही इस पर पाबंदी लगाने की कार्यवाही की जायेगी।
मोहित तंवर
सीएमएचओ बीकानेर


