
बीकानेर कृषि मंडी में मोठ बेचकर गांव जा रहे किसानों के 4.89 लाख रुपए जब्त, पुलिस ने सादी पर्ची थमा दी






राववाला। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता की आड़ में किसानों को परेशान करने का मामला सामने आया है। बीकानेर कृषि उपज मंडी में मोठ बेचकर रणजीतपुरा जा रहे किसान गणेशाराम के पास से चार लाख 90 हजार रुपए पुलिस ने जब्त कर लिए। उसने मंडी की रसीदी भी दिखाते हुए कहा कि रकम तीन किसानों की है, जिसमें से एक की पत्नी बीमार है।
पुलिस ने एक नहीं मानी और रुपए जब्त हाथ से लिखी एक पर्ची थमाते हुए कहा कि इसे कोर्ट में पेश करके रकम छुड़ा लेना। हैरानी की बात ये है कि उस पर्ची पर एसएचओ के साइन और मुहर तक नहीं है।रणजीतपुरा के चक 2पीएसएसएम निवासी गणेशाराम बीकानेर अनाज मंडी में मोठ बेचकर वापस गांव लौट रहे थे।
बज्जू में नाकाबंदी पर पुलिस ने रोक लिया। गाड़ी की तलाशी में चार लाख 90 हजार रुपए मिले। गणेशाराम ने बताया कि यह रकम उसकी, जगदीश धायल और धनपतराय की है। जगदीश की पत्नी बीमार है। हॉस्पिटल में भर्ती है। मगर पुिलस ने एक नहीं सुनी। किसान खुद को लुटा हुआ महसूस कर रहे हैं।
पीडि़त बोला-पत्नी प्रसव पीड़ा में थी, इसलिए मोठ बेचे
गौड़ू के जगदीश धायल की पत्नी के बुधवार को डिलीवरी हुई है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को रणजीतपुरा में भर्ती करवाया फिर बज्जू ले गए। तबीयत ज्यादा खराब होने पर बीकानेर पीबीएम में भर्ती कराना पड़ा। इलाज में पैसे की जरूरत है। थानाधिकारी के आगे गिड़गिड़ाए, लेकिन धमका कर भगा दिया।
गणेशाराम के पास रसीद नहीं थी इसलिए रुपए जब्त किए
बज्जू पुलिस और जिला फ्लाइंग टीम ने मंगलवार को दोपहर को गणेशाराम की गाड़ी को रोका। उसके पास 4 लाख 90 हजार रुपए थे। हमने इतने रुपए कहां से लाने का कारण पूछा और कागजात मांगे। गणेशाराम ने ये तो बताया कि मोठ बेचकर पैसे लाया है लेकिन मोठ बेचने की रसीद नहीं दिखाई। इसलिए हमने रुपए जब्त कर लिए। अब किसान फसल बेचने की पर्ची कोर्ट में प्रस्तुत करेंगे तो वह राशि उन्हें वापस मिल जाएगी। हमने ये कार्रवाई जिला प्रशासन के आदेश के बाद ही की।


