
कचौड़ी-जलेबी खिलाना राजस्थान के नेताओं को पड़ेगा महंगा, पढ़ें पूरी खबर






कचौड़ी-जलेबी खिलाना राजस्थान के नेताओं को पड़ेगा महंगा, पढ़ें पूरी खबर
जयपुर। राजस्थान में इस बार चुनाव लड़ने वाले नेताओं को सुबह-शाम कचौरी-समोसे खिलाना महंगा पड़ेगा। दरअसल, चुनाव आयोग ने इस बार चुनाव प्रचार-प्रसार में उपयोग होने वाली सामाग्री की जो रेट लिस्ट जारी की है। उसमें कीमतें 20 फीसदी तक बढ़ गई हैं। सिर्फ चाय और कॉफी के रेट पहले की तरह ही बरकरार रखे गए हैं। साथ ही समोसे से लेकर बैनर, कनात, पंडाल, सभा-रैलियों में पहनाए जाने वाले साफे और वाहनों पर किस तरह खर्चा करना है। ये भी तय कर दिया है। इस बार लग्जरी कार, बोलेरो, इनोवा या बड़ी एसयूवी में बैठकर चुनाव प्रचार करना भी प्रत्याशियों को महंगा पड़ेगा। वहीं, बैटरी रिक्शा पर फ्लैक्स बैनर और लाउड स्पीकर के जरिए चुनाव प्रचार करवाने का खर्चा भी बढ़ा दिया है। आयोग ने इन सभी वाहनों का प्रतिदिन का किराया 15 फीसदी तक का बढ़ा दिया है। लग्जरी कारों का एक दिन का किराया नॉन एसी 2 हजार, जबकि एसी 3100 रुपए निर्धारित किया है। अगर प्रत्याशी इनका उपयोग चुनाव प्रचार-प्रसार के समय करता है। ये उसके चुनाव खर्चे में जोड़ा जाएगा। आपको बता दें कि इस बार चुनाव आयोग ने प्रत्येक प्रत्याशी को चुनाव लड़ने के दौरान प्रचार-प्रसार के लिए 40 लाख रुपए खर्च की लिमिट दी है। इस खर्चे में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों को रैलियां, रोड-शो, चुनावी सभाओं के अलावा चुनाव कार्यालय खोलने, कार्यकर्ताओं को चाय-नाश्ता, खाना खिलाने का भी खर्चा शामिल है। वहीं, पूरे खर्चे का लेखा-जोखा आयोग के सामने पेश करना होगा। जयपुर जिला निर्वाचन ने भी विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच बैठकर पुरानी दरों को रिन्यूअल करने के बाद कुल 135 आयटम की दरों का निर्धारण किया है। इसमें चाय, कॉफी, समोसा से लेकर बैनर, कनात, पंडाल, सभा-रैलियों में पहनाए जाने वाले साफे और वाहनों पर किस तरह खर्चा करना है। ये भी तय कर दिया है। चुनाव के लिए नामांकन करते ही प्रत्याशियों के खर्च का मीटर भी शुरू हो जाएगा। नेताजी प्रचार के दौरान समर्थकों को क्या खिला रहे, क्या पिला रहे हैं। यह सब उनके खर्च में जोड़ा जाएगा। इसके लिए सभी को आयोग की तरफ से व्यय रजिस्टर दिए जाएंगे। प्रशासन की ओर से जारी की गई रेट लिस्ट के मुताबिक ही खर्च का ब्योरा देना होगा।


