
इन्फ्लूएंजा वायरस के साथ बढ़ रहा कोरोना का खतरा






जयपुर। प्रदेश में एक बार फिर कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। बढ़ते कोरोना के मामलों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। प्रदेश में कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूरी तैयारियां की गई हैं। लेकिन अब तक कोरोना के केस कम थे। जिसकी वजह से चिकित्सा विभाग को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा था। लेकिन अब केस बढ़ने लगे तो विभाग एक बार फिर अलर्ट मोड पर आ गया है।
प्रदेश में शुक्रवार को २३ कोरोना संक्रमित मिले। जिस भीलवाड़ा में कोरोना विस्फोट हुआ था। उसी जगह एक साथ ६ मरीज मिले है। इसके अलावा अन्य जिलों में भी मरीज मिले है। प्रदेश में अब ९२ कोरोना संक्रमित है। माना जा रहा है कि शनिवार को प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या १०० के पार जा सकती है।
वहीं दूसरी ओर प्रदेश में इन्फलूएंजा वायरस भी पैर पसार रहा है। जिसके चलते मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक वायरस की चपेट में आ रहे हैं। चिकित्सा विभाग की ओर से अस्पतालों को सभी तैयारियां करने के निर्देश दिए गए हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के शासन सचिव डॉ पृथ्वी ने इस संबंध में एक कार्यशाला के दौरान चिकित्साधिकारियों से कहा एच-३, एन-२ वायरस का संक्रमण व्यक्ति के श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि इसके बचाव के लिए मास्क का उपयोग, सोशल डिस्टेंसिंग आदि जरूरी है। उन्होंने बताया कि एम्स जोधपुर सहित सभी मेडिकल कॉलेज, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों व अन्य संबंधित को नियमित रूप से इन्फ्लूएंजा ए इन्फ्लूएंजा बी एवं एडिनोवायरस केसेज की मॉनिटरिंग करेंगे। बता दें कि बदलते मौसम में बुखार का एक कारण इन्फ्लूएन्जा वायरस हो सकता है। जिसमें इन्फ्लूएन्जा ए व इन्फ्लूएन्जा बी वायरस होता है। इन्फ्लूएन्जा संक्रमण में बुखार, खांसी, सिर दर्द, हाथ पैरो में दर्द एवं गले में खराश आदि लक्षण प्रकट होते हैं। इसके अतिरिक्त गंभीरता नहीं बतरने पर रोगी को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ सकता है। इन्फ्लूएन्जा वायरस के दो प्रकार होते है।


