
जिले के इस एमएलए के 2 बेटे रिश्वत लेते गिरफ्तार,एसीबी ने 4 को किया ट्रैप






पूछताछ में कृष्णा मीणा ने बताया कि बड़े भाई लोकेश मीणा ने रुपए लेने के लिए उन्हें जयपुर भेजा था। इस पर कृष्णा को लेकर एसीबी की टीम देर रात थानागाजी पहुंची। यहां लोकेश मीणा, राजगढ़ BDO नेतराम और प्रधान के बेटे जय प्रताप को गिरफ्तार किया गया। फिर इन सभी को लेकर एसीबी टीम जयपुर आ गई।
MLA ने कहा- ठेकेदार की नीयत खराब, मेरे बेटों को षड्यंत्र के तहत फंसाया
इस मामले में एमएलए कांती प्रसाद मीणा ने कहा कि विराट नगर का ठेकेदार है। अच्छा खासा परिचित है। उसके साथ भाई के बेटे का ठेका चलता था। इनकी बाजार में डीजल व अन्य सामान का लेन-देन बाकी था। उसमें जमुआरामगढ़ के पैसे का लेन-देन भी था। इस लेन-देन के कारण उसकी नीयत खराब हो गई। इसलिए उसने एसीबी को शिकायत दी कि उससे 5 लाख रुपए की रिश्वत मांगी है। मेरे दोनों बेटे जयपुर में हैं। एसीबी टीम उनसे पूछताछ कर रही है। मेरे बेटों को षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है।
जिसे पैसा देते हैं, उससे वापस लेना, किस कानून में गुनाह: विधायक
विधायक मीणा ने फोन पर भास्कर से कहा, ‘किसी को दिया हुआ पैसा, वापस लेना किस कानून में अपराध हो गया? ठेकेदार को हमारी क्रेडिट पर पाइप दिलवाए, उसका पैसा बकाया था, उसकी मशीनों में डीजल डलवाने का पैसा भी बकाया था। जब कोई चीज ली है तो उसका पैसा तो चुकाना ही पड़ता है। पाइपों और डीजल के बकाया पैसे चुकाने को कहा तो उसने षड्यंत्र करके एसीबी में शिकायत कर दी। मेरे बेटों को ट्रैप करा दिया। आपसी लेनदेन के मामले को रिश्वत बना दिया। अब हम कोर्ट के सामने ही पूरी सच्चाई रखेंगे, सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।’
एसीबी के डीवाईएसपी परमेश्वर यादव ने बताया कि परिवादी ने एसीबी मुख्यालय में शिकायत दी थी। शिकायत में बताया कि एमएलए पुत्र और प्रधान पुत्र उसे बार-बार परेशान कर रहे हैं। उसका 26 लाख रुपए का बिल है। जिसे देने की एवज में 9 लाख की रिश्वत मांगी जा रही है। शिकायत का सत्यापन करवाया। देर रात इंदिरा नगर जगतपुरा से 38 वर्षीय कृष्णा मीणा को परिवादी से पैसा लेते हुए गिरफ्तार किया। इसके बाद दूसरी टीमों ने राजगढ़ से लोकेश मीणा, बीडीओ नेतराम मीणा को राजगढ़ पंचायत समिति के पास से और प्रधान पुत्र जयप्रताप को जरा वर्ली राजगढ़ से गिरफ्तार किया। इन सभी को एसीबी मुख्यालय लाया गया है।
सामूहिक विवाह में हुई थी दोनों भाइयों की सादी
विधायक कांती प्रसाद मीणा के दोनों बेटों की शादी सामूहिक विवाह समारोह में की गई थी। इसका मकसद था समाज में फिजूलखर्ची रोकने का मैसेज देना, लेकिन दोनों रिश्वत लेते पकड़े गए।


