
सूदखोरों ने इतना टॉर्चर किया, जान दे दी, गहने तक गिरवी रख दिए






चूरू। कुछ रुपए उधार लिए थे। 10 गुना रुपए ब्याज के रूप में दे दिए। पिछले तीन साल से लगातार कर्ज चुका रहा हूं। गहने तक गिरवी रख चुका हूं। फिर भी सूदखोर रोजाना ब्याज व पेनल्टी बोलकर वापस रकम बढ़ा देते हैं। रुपए नहीं देने पर अपहरण और स्ष्ट/स्ञ्ज एक्ट में स्नढ्ढक्र की धमकी देते हैं। इन धमकियों से परेशान हो चुका हूं। मुझे ये कदम नहीं उठाना चाहिए पर मैं मजबूर हूं। मेरे पास कोई रास्ता नहीं बचा है।’
मन को झकझोर देने वाली ये लाइनें 34 साल के संदीप ने सुसाइड से पहले लिखी थीं। 5 सूदखोरों ने उसे इतना परेशान किया कि फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। सुसाइड नोट में लिखा – सूदखोरों से छुटकारा दिलाया जाए ताकि मेरी तरह कोई और आत्महत्या को मजबूर न हो। मामला चूरू शहर का है।
कोतवाल महेंद्र कुमार ने बताया- शहर के वार्ड 56 निवासी संदीप कुमार गोलवा ठेले पर सब्जी बेचता था। मंगलवार को वह घर पर अपने कमरे में था। दोपहर करीब 1 बजे उसकी भतीजी खाने के लिए बुलाने गई। वह अपने कमरे में नहीं था। दूसरे कमरे में भतीजी देखने गई तो वह पाइप पर फंदे से लटका मिला। भतीजी ने इसकी सूचना परिवार वालों को दी। दोपहर करीब 1 बजकर 22 मिनट पर पुलिस पहुंची और शव को नीचे उतारा। मौके से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है।
संदीप ने सुसाइड नोट में चूरू के चांदनी चौक निवासी श्रीराम सैनी, बूंटिया निवासी सोनू नाई, चांदनी चौक निवासी धर्मचंद गोस्वामी, रवि खटीक व बंटी बागड़ी से रुपए उधार लेने की बात लिखी है। साथ ही, अपनी मौत का जिम्मेदार इन्हीं लोगों को ठहराया है। शव को डीबी अस्पताल में रखवाया गया। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
सुसाइड नोट में क्या लिखा.. आप भी पढि़ए…
सभी से घर वालों से और मेरे प्रिय मित्रगणों से क्षमा चाहता हूं। मुझे ये कदम नहीं उठाना चाहिए पर मैं मजबूर हूं। मेरे पास कोई रास्ता नहीं बचा है। मेरे मरने का कारण कुछ सूदखोर हैं। इनका विवरण निम्न प्रकार हैं।
श्रीराम सैनी चांदनी चौक, धर्मेन्द्र गोस्वामी चांदनी चौक, सोनू नाई सुरेश नाई का भाई गांव बूंटिया, रवि खटीक बुंदेला, बंटी बागड़ी। इन सभी से मैंने पैसे उधार लिए थे। इसका मैं दस गुना ज्यादा पैसा इनको ब्याज बोलकर दे चुका हूं। रोज ये ब्याज व पेनल्टी बोलकर उतना ही फिर चढ़ा देते हैं। जो न देने पर ये लोग मुझे चेक लगाने की धमकी भी देते हैं। दारू पीकर घर पर आकर उठा ले जाने की धमकी देते हैं। साथ ही, बोलते हैं कि हम तेरे पर एससी-एसटी का मुकदमा करेंगे। मेरे परिवार वाले इतने समर्थ नहीं हैं कि वो मेरा कर्जा चुका सके। मेरा पुलिस प्रशासन से यही अनुरोध है कि इन सूदखोरों को जल्द से जल्द सबक सिखाएं। इन्होंने मेरा हीं नहीं न जाने कितने लोगों का घर बर्बाद किया है और न जाने कितने लोगों का घर बर्बाद करेंगे। क्योंकि इनका ब्याज जो है, वो एक लाख रुपए का रोजाना पांच हजार रुपए प्रतिदिन लेते हैं। एक दिन न देने पर दो हजार पेनल्टी लेेते हैं।
पांच हजार रुपए ब्याज और दो हजार रुपए पेनल्टी कुल सात हजार रुपए प्रतिदिन का ये लेते हैं, जो चुकाना किसी भी आदमी के लिए मुश्किल है। मैंने इनको पिछले तीन साल से चुकाया है। मेरी सारी कमाई ये ले जाते हैं। मैंने अपने घर के जेवरात भी गिरवी रख दिए, लेकिन इनका कर्जा नहीं चुका पाया। मैं जितना चुकाता हूं, यह उतना ही फिर चढ़ा देते हैं। एक दिन में लेट होते ही गालियां देते हैं। जो की मेरे मोबाइल की रिकार्डिंग में मौजूद है। रामजी रवि बुंदेला, सोनू नाई बूंटिया क नाम से इनके नंबर मोबाइल में सेव है। आप सुन सकते हैं। मिल जाएगी।


