
गहलोत बोले रेप की हत्याएं बढऩे का कारण फांसी की सजा, लडक़ी गवाह नहीं बन जाये






जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि निर्भया कांड के बाद जब से यह किया गया कि रेपिस्ट को फांसी की सजा मिलेगी, उसके बाद बच्चियों की हत्याएं बहुत बढ़ रही हैं। रेप करने वाला देखता है कि कल यह मेरे खिलाफ गवाह बन जाएगी तो रेप कर हत्या कर देते हैं। देश में बहुत बड़ा चैलेंज है। पूरे देश से ?जो रिपोर्ट आ रही है। वह बहुत चिंताजनक है। गहलोत दिल्ली में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
गहलोत ने कहा- वैसे भी आप देख रहे हैं कि बेरोजगारी बहुत भयंकर है। महंगाई का जमाना है। असामाजिक तत्व बहुत बढ़ रहे हैं। देश प्रदेश में क्राइम बढ़ रहा है। हिंसा बढ़ रही है। छोटी-छोटी बातों पर झगड़े हो रहे हैंं। तनाव और हिंसा बढ़ रही है। कहीं, बच्चियों से रेप हो रहे हैं। देश प्रदेश में क्राइम लगातार बढ़ रहा है। जो बहुत चिंता की बात है।
हर साल 2000 बच्चियों से रेप, महिलाओं से दो साल में 11,368 रेप
राजस्थान में हर साल करीब 2000 बच्चियों से रेप हो रहे हैं। जनवरी 2020 से जनवरी 2022 तक नाबालिग बच्चियों से रेप के 4091 (पॉक्सो एक्ट) केस दर्ज हुए हैं। वहीं, दो साल में महिलाओं से रेप के कुल 11,368 केस दर्ज हुए हैं। दो साल में 26 मामले ऐसे हैं जिनमें रेप के बाद हत्या कर दी गई।
बीजेपी राज में बना था नाबालिगों से रेप करने वालों को फांसी की सजा का कानून
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के कार्यकाल में नाबालिगों से रेप करने वालों को फांसी की सजा का प्रावधान करने का कानून बनाया था। सीएम गहलोत ने नाबालिगों से रेप पर फांसी की सजा करने के प्रावधान के बाद बच्च्यिों की हत्या करने के मामले बढऩे कार बसान दिया है, यह बात पहले भी कई नेता उठा चुके हैं। बीजेपी राज में जिस समय विधानसभा में नाबालिगों से रेप करने वालों को फांसी की सजा देने का प्रावधान वाले बिल को लाया गया था। उस बिल पर बहस के दौरान कई विधायकों ने रेप पीडि़त बच्चियों के मर्डर के मामले बढऩे की आशंका जताई थी।


