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देश में लागू हो यूनिफॉर्म सिविल कोड, जनसंख्या नियंत्रण के लिए भी बने कानून

पुणे। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे आज पुणे में होने वाली रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जब मैंने अपने कार्यकर्ताओं को लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाने के लिए कहा तो राणा दंपत्ति (रवि और नवनीत राणा) ने कहा कि वे मातोश्री में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। क्या मातोश्री एक मस्जिद है? बाद में शिवसैनिकों और राणा दंपत्ति के बीच क्या हुआ, सभी जानते हैं। उन्होंने अपने अयोध्या दौरे के रद्द होने के साथ ही लाउडस्पीकर विवाद और यूसीसी यानी यूनिफाम सिविल कोड पर अपनी बात रखी। राज ने कहा कि लाउडस्पीकर आंदोलन एक दिन का नहीं है। यह चलता रहेगा। वहीं उन्होंने यूनिफाम सिविल कोड की बात भी कही। अपना अयोध्या दौरा रद्द होने पर राज ने कहा कि इससे कई लोग खुश हो गए।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करता हूं कि जल्द से जल्द ‘यूनिफॉर्म सिविल कोड’ लाएं। जनसंख्या नियंत्रण पर भी क़ानून लाएं और औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर कर दिया जाए।
मालूम हो कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे की आज पुणे में रैली थी। इस दौरान उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा बताया कि आखिर उन्होंने क्यों अपनी अयोध्या की यात्रा रद्द की थी। उन्होंने कहा कि मैंने दो दिन पहले अपनी अयोध्या यात्रा स्थगित करने के बारे में ट्वीट किया था। मैंने जानबूझकर ऐसा बयान दिया ताकि सभी को अपनी प्रतिक्रिया देने का मौका मिल सके। जो लोग मेरी अयोध्या यात्रा के खिलाफ थे, वे मुझे फंसाने की कोशिश कर रहे थे। मैंने इस विवाद में नहीं पडऩे का फैसला किया।
इस रैली को लेकर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। पुणे मनसे के अनुसार रैली में 10000-15000 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। जानकारी के अनुसार इस रैली में राज ठाकरे अयोध्या दौरे समेत कई मुद्दों पर बोले ।
जानकारी के अनुसार, राज ठाकरे की इस रैली को लेकर पुलिस ने कई दिशा-निर्देश जारी किए थे । पुलिस ने विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा था कि मनसे की रैली के आयोजकों द्वारा निम्नलिखित दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए। रैली के प्रतिभागियों को ऐसा भाषण नहीं देना चाहिए जिससे किसी भी समुदाय का अपमान हो या समुदायों के बीच तनाव पैदा हो। इसके अलावा रैली में भाग लेने वाले नागरिकों को आत्म-अनुशासन का पालन करना चाहिए।
जानकारी हो कि बीते दिनों राज ठाकरे ने अयोध्या दौरा स्थगित कर दिया था। राज ठाकरे का अयोध्या दौरे 5 जून को होना था लेकिन उन्होंने इसे स्थगित कर दिया। वहीं, राज के अयोध्या दौरे का उत्तर प्रदेश के नेताओं ने कड़ा विरोध किया था। फिर भी राज ठाकरे अपने अयोध्या दौरे पर अड़े थे। 17 अप्रैल को ठाकरे ने पुणे में घोषणा की थी कि वह भगवान राम का आशीर्वाद लेने के लिए 5 जून को अयोध्या जाएंगे। हालांकि अब उन्होंने खुद अयोध्या दौरे को स्थगित करने की बात की है। उन्होंने कहा था कि वो 22 मई को पुणे में होने वाली रैली में अपने अयोध्या दौरे पर बात करेंगे। वहीं, पुलिस ने रैली को लेकर कई शर्तें रखी थी। पुलिस ने कही थी भाषण में किसी भी समुदाय का अपमान नहीं होना चाहिए और ना ही लोगों में द्वेष का भाव पैदा करने की कोशिश की जाए। आयोजकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि रैली में भाग लेने वाले लोग आक्रामक नारे नहीं लगाएं।

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