
बीकानेर में शाम होते ही हुई रौनक, चायनीज मांझे का कहर, पक्षियों के लिए मांझा बना मौत





खुलासा न्यूज़ , बीकानेर । मंगलवार को अक्षय तृतीया पर बीकानेर में मौसम के कारण पतंगबाजी कुछ प्रभावित हुई लेकिन शाम होते-होते छत्तों पर रौनक नजर आने लगी है। चार बजे ही ऐसा प्रतीत होने लगा, जैसे परकोटे के भीतर बसा पूरा शहर छत पर आ गया है। दो साल कोरोना के चलते पतंगबाजी तो हुई लेकिन इस बार जोश कुछ ज्यादा नजर आया। वहीं बीकानेर के लोगों ने सुबह पारंपरिक भोजन के रूप में खीचड़ा और बड़ी की सब्जी के साथ इमली के पानी से बनी इमलाणी पीकर गर्मी पर जीत हासिल की।


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