रीट के मामले में केस के रिओपन होने के बाद अब तक 100 लोगों के बयान दर्ज
बीकानेर । रीट में चीट की चप्पल चलाने का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा है। इस केस के रीओपन होने के बाद दो महीने में 100 लोगों के बयान हो चुके हैं। निलंबित सीआई से भी पूछताछ की गई है। अब तक की जांच में मुकदमे में चालान पेश करने में जल्दबाजी को गलत माना गया है। रीट में चीट की चप्पल चलाने के मास्टर माइंड तुलसाराम से पुलिस ने 45 चेक और 25 सिम बरामद की थी। चेक और सिम धारकों को तलब कर उनके बयान दर्ज किए गए हैं। सभी सिम की सीडीआर निकलवाई गई है। कुछ सिम ऐसी हैं, जिन्हें खरीदने के बाद इस्तेमाल ही नहीं किया गया है।
कुछ में तुलसाराम की गैंग के सदस्यों से बातचीत के सबूत मिले हैं। इसी प्रकार कुछ चेक ब्लैंक पाए गए। उन पर रकम नहीं भरी हुई थी। दो लाख से लेकर छह लाख रुपए तक के चेक हैं। इनमें एक-दो साल पुराने चेक भी हैं। पुलिस को शक है कि वे चेक पुलिस की भर्तियों में नकल कराने की एवज में लिए होंगे। इस मामले में अब तक करीब सौ लोगों से पूछताछ हो चुकी है। पूछताछ के आधार पर पुलिस कडिय़ां जोडऩे में जुटी हुई है।
गंगाशहर के तत्कालीन एसएचओ राणीदान और एएसआई जगदीश बिश्नोई से भी इस मामले में पूछताछ हो चुकी है। राणीदान पिछले दिनों जांच अधिकारी एएसपी अमित कुमार बुढ़ानिया के समक्ष पेश हुआ था। अब तक की जांच में मुकदमे में चालान पेश करने की जल्दबाजी को गलत माना गया है। मतलब साफ है कि सीआई के मन में बेड इंटेशन था। इसलिए सीधे सीओ सदर के समक्ष फाइल पेश कर चालान की मंजूरी ले ली। एसपी से भी पूछने की जरूरत नहीं समझी गई। प्रदेश भर में रीट परीक्षा में नकल के मामलों की जांच कर रही एसओजी से भी राय नहीं ली गई।