
पेट्रोल-डीजल सस्ते क्यों हो गए: कहीं आने वाले चुनाव तो इसका कारण नहीं, एक्सपर्ट से जानिए






दिवाली से ठीक एक दिन पहले एक्साइज ड्यूटी में केंद्र सरकार की ओर से की गई कटौती के बाद पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी आई है। केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 5 रु. और डीजल पर 10 रु. एक्साइज ड्यूटी कम करने का ऐलान किया है। नई कीमतें आज से लागू हो गई हैं।
सरकार के इस फैसले से कई सवाल उठ रहे हैं। जैसे सरकार ने दाम कम करने का फैसला इस समय क्यों लिया? इस कटौती से सरकार की कमाई पर कितना असर होगा? क्या ये फैसला आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश, पंजाब जैसे राज्यों में होने जा रहे चुनावों को लेकर लिया गया है? क्या पेट्रोल-डीजल के दाम घटने से अन्य चीजों की महंगाई पर भी कोई असर होगा? मोदी सरकार के आने से पहले एक्साइज ड्यूटी कितनी थी और अब कितनी हो गई है?
सरकार ने क्यों घटाए पेट्रोल-डीजल के दाम?
पेट्रोल-डीजल की कीमतों की बढ़ोतरी का सीधा असर महंगाई पर पड़ता है। महंगाई बढ़ने से ग्रोथ प्रभावित होती है। ऐसे में महंगाई को कम करने के लिए जरूरी था कि केंद्र सरकार कीमतों में कटौती करे। देश के जाने-माने एनर्जी एक्सपर्ट नरेंद्र तनेजा ने कहा, ‘2020 में कोराना महामारी की वजह से इकोनॉमिक एक्टिविटी पूरी तरह से ठप पड़ गई थी।
पेट्रोल-डीजल की खपत घटकर 35% के करीब रह
गई थी। इसका मतलब था कि सरकार के पास रेवेन्यू बहुत कम आ रहा था। ज्यादातर देशों में लॉकडाउन की वजह से क्रूड ऑयल के दाम भी काफी नीचे आ गए थे। ऐसे में सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने की जगह एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी थी, ताकि रेवेन्यू बढ़ाया जा सके।’
केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी करीब 250% बढ़ाई
मार्च से मई-2020 के बीच केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 13 रुपए और डीजल पर 16 रुपए एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई थी। इससे पेट्रोल पर एक्साइज करीब 65% बढ़कर 19.98 रुपए से 32.98 रुपए हो गया था, जबकि डीजल करीब 79% बढ़कर 15.83 रुपए से 28.35 रुपए प्रति लीटर हो गया था।
बीते 6 सालों की बात करें तो केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी करीब 250% बढ़ाई है। 2014 में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 9.48 रु. थी, जो अब 27.90 रुपए हो गई। डीजल की एक्साइज ड्यूटी 3.56 रुपए थी, जो अब 21.80 रुपए है।
क्या कटौती में 2022 के विधानसभा चुनावों का भी कोई रोल है?
2022 में उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में चुनाव होने हैं। गुजरात और हिमाचल प्रदेश में साल के आखिर में चुनाव होंगे। ऐसे में कुछ लोगों का मानना है कि सरकार ने इन चुनावों को देखते हुए ही ये फैसला लिया है। राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा, ‘विधानसभा चुनाव के बाद सरकार पेट्रोल और डीजल के दाम फिर बढ़ा देगी।’ बीते सालों में हुए चुनावों पर नजर डाले तो फ्यूल प्राइस और इलेक्शन का कुछ कनेक्शन भी नजर आता है।


