
पाकिस्तान में बेगुनाही साबित करने के लिए नाबालिग से गर्म कुल्हाड़ी चटवाई, चाय की केतली चुराने का था आरोप



पाकिस्तान में मासूम बच्चे को गर्म कुल्हाड़ी चाटने के लिए मजबूर करने का मामला सामने आया है। उसे इलाज के लिए तहसील हेडक्वार्टर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, चोरी के आरोप में बेगुनाही साबित करने के लिए कुछ लोगों ने उसके साथ ऐसा किया।
पीड़ित बच्चा भेड़ चराता है। उस पर चाय की केतली चुराने का आरोप लगाया गया। बच्चे के पिता ने पुलिस से इसकी शिकायत की। इस पर एक्शन लेते हुए फजाला कच्छ की बॉर्डर मिलिट्री पुलिस ने तीन आरोपियों (सिराज, अब्दुल रहीम और मोहम्मद खान) को गिरफ्तार किया।
बलोच इलाके की जानलेवा कुप्रथा बलोच जनजाति में बेगुनाही साबित करने के लिए ऐसी कुप्रथा प्रचलित है। इसके तहत अगर आरोपी की जीभ नहीं जलती तो उसे बेगुनाह बताया जाता है और जीभ जलने पर उसे चोर ठहरा दिया जाता है।
संविधान के तहत न्याय व्यवस्था नदारद स्थानीय लोगों का कहना है कि वहां पर देश के संविधान के तहत न्याय व्यवस्था मौजूद नहीं है। ऐसे में उन्हें इन प्रथाओं को मानना पड़ता है। इनमें आरोपी को पानी में डुबाने की प्रथा भी शामिल है, जिसमें जिंदा बचने वाले को बेगुनाह मान लिया जाता है।
पाकिस्तान में बच्चों की सुरक्षा खतरे में पाकिस्तान में बच्चों के खिलाफ हिंसा के मामलों में काफी बढ़ोतरी देखी गई है। इनमें यौन हिंसा, किडनैपिंग और बाल विवाह जैसे मामले शामिल हैं। 2020 की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में हर दिन 8 बच्चे किसी न किसी तरह की हिंसा का शिकार होते हैं।

