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खुलासा ने बजट पर लिया रिएक्शन : विश्लेषकों ने बताया साधारण बजट, कांग्रेस ने निराशजनक तो भाजपा ने बताया बेहतर बजट

खुलासा न्यूज, बीकानेर। केन्द्रीय बजट मिलाजुला है। जिस पर अलग-अलग वर्गों की अलग-अलग प्रतिक्रिया आई है। उद्योग वर्ग ने इसे राहत का बजट बताया है, तो किसान वर्ग ने बजट में अपने हाथ खाली बताए हैं। खुलासा न्यूज ने बजट को लेकर अलग-अलग सेक्शन का बजट पर रिएक्शन लिया है। केन्द्र सरकार के बजट की उद्योग,व्यापार जगत और आर्थिक विश्लेषक ने तारीफ की है। इसे लॉन्ग टर्म के लिए फायदेमंद और दूरगामी सोच वाला बजट करार दिया है। 5 से 25 साल टाइमफ्रेम में पूरी होने वाली कई घोषणाएं बजट में की गई हैं। आम आदमी और किसानों के लिए बजट में घोषणाएं नहीं होने से नाराजगी भी देखने को मिली है।

 

विश्लेषकों  की प्रतिक्रिया

आम बजट में किसानों के लिए की गई घोषणाएं स्वागत योग्य है, लेकिन धरातल पर लागू करना बड़ी चुनौती होगी। इनकम टैक्स में रिबेट के लिए आम कर्मचारी, सरकारी कर्मचारी, अधिकारी इंतजार कर रहे थे। उसमें कोई छूट नहीं दी गई है।
– मधु आचार्य ‘आशावादी ‘ , वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकार, नाटककार, रगकर्मी

यह बजट कृषि आधारित बजट था| कृषि में डिजिटल टेक्निक के प्रयोग को बढ़ावा तथा केमिकल फ्री कृषि को बढ़ावा देने की बात की गई है | SEZ की जगह न्यू कानून लाने की बात की गई है| टैक्स लैब्स टैक्स डिडक्शन में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है |आयकर रिटर्न में अगर कुछ त्रुटि रह जाती है तो उसे 2 साल के भीतर भीतर अपडेट कर सकते हैं |क्रिप्टोकरंसी टैक्सेशन 30% लगाया गया है जिससे यह साफ हो चुका है कि क्रिप्टो भारत में रेगुलेट हो चुका है | सोने और चांदी के आयात शुल्क मे कमी की गई ही जिससे इनकी किमतो में कमी आयेगी |सोलर के लिए 19500 करोड़ बजट से ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा मिलेगा |– सीए श्री कांत ओझा

बजट में अग्रिम पंक्ति से लेकर अंतिम पंक्ति तक सभी का खयाल रखा गया है। आधारभूत ढांचे को मजबूत किया गया है। जल, रेलवे जैसी सुविधाओं को सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। ब्लॉकचैन तथा डिजिटल करेंसी जैसी नई तकनीकों को सरकार ने अपनाया है। 14 क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध करवाया जायेगा जो कि अत्यंत आवश्यक है। स्वास्थ्य सेवा सुदृढ करने पर भी पुरजोर कोशिश की गई है।

– एड. रोचक गुप्ता, शिक्षाविद्, बीकानेर

बजट का बड़ा आकर्षण यह है कि पिछले साल की समान वृद्धि के बाद कैपेक्स में 35% की वृद्धि की है, जिसका अर्थ है कि सरकार का मुख्य ध्यान विनिर्माण और बुनियादी ढांचे पर है जो स्वचालित रूप से विकास और रोजगार प्रदान करेगा । राज्य के चुनावों के कारण बाजार के लिए कोई नकारात्मक बात नहीं है, कुल मिलाकर बजट अर्थव्यवस्था के विकास इंजन को और अधिक ईंधन देने के लिए शक्तिशाली साबित होगा । निवेशको को कैपिटल गुड्स और इंफ्रा सेक्टर पर ध्यान देने की जरूरत है।

 – पीयूष शंगारी, फ़ाउंडर एंड बिज़्नेस हेड, पी एस इन्वेस्ट्मेंट्स

बजट से आम आदमी निराश है पर सरकार ने दूरगामी सोच को प्राथमिकता दी हैं।बजट ने आम आदमी को निराश किया है।हालाँकि सरकार ने दूरगामी विकास को मुख्य आधार बनाया है। पूँजीगत खर्च को इंफ़्रा व टेक्नॉलजी पर फ़ोकस किया गया है। गाँवों में इंटर्नेट के PPP से काम किया जाएगा।निराशा इस बात से है कि सरकार ने MSP को क़ानूनी रूप नहीं दिया है। महंगाई को कम करने का भी मादा नहीं दिखा है। GST की दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया है। सबसे बड़ी निराशा पेट्रोल, डीज़ल व रसोई गैस को GST में नहीं लाने से हुई है। – डॉ पीएस वोहरा, आर्थिक मामलों के जानकार

यह बजट निश्चित रूप से भारत को आत्मनिर्भर बनाने के साथ साथ प्रगति पथ पर नई ऊंचाइयां प्रदान करने में पूर्ण रूप से सहायक सिद्ध होगा ।लगभग 76 लाख के करीब नौकरियों का रास्ता साफ हुआ है। अगले तीन वर्षों में 400 नई जेनेरेशन की ट्रेनें लाई जाएगी । इसके साथ ही डिजिटल करेंसी को भी लाने की परियोजना स्वागत योग्य है। Msp पर अत्यधिक खरीद करने से किसानों को भी राहत मिलेगी।  – जुगल राठी,अध्यक्ष, व्यापार मण्डल, बीकानेर 

 

इस बार का बजट व्यापारियों व उद्यमियों के लिए मिला जुला रहा है । आयकर की घोषणा में हुई गलती को दो साल में सुधारा जाने, विकलांग व्यक्तियों के लिए कर में राहत देना, कर संबंधी प्रोत्साहन देने के लिए पात्र स्टार्टअप को शामिल करने की अवधि को बढाना जैसी घोषणा सराहनीय है। कोरोना काल की मार झेल चुके उद्यमी और व्यापारी वर्ग की इस बजट से जो उम्मीद थी उस हिसाब से उद्यमियों व व्यापारियों को ख़ास लुभा नहीं पाया ।  – द्वारका प्रसाद पचीसिया, अध्यक्ष , जिला उद्योग संघ  

कांग्रेस की प्रतिक्रिया

केंद्रीय बजट घाटा बढ़ाने वाला: डॉ. कल्ला

इस बजट ने भी देश के आम आदमी, किसान और युवाओं को निराश किया है। बजट के केन्द्र में न युवा हैं, न रोजगार है। न किसान हैं, न गरीब और न महिलाएं। चंद उद्योगपतियों पर फोकस रखा गया है। जो लोग थोड़ा बहुत इधर उधर इन्वेस्ट करके अपना काम चलाते थे, उन्हें भी अब टैक्स की मार झेलनी पड़ेगी। कुल मिलाकर यह बजट घाटा बढ़ाने वाला है।
– डॉ.बी.डी.कल्ला, शिक्षा मंत्री, राजस्थान

केन्द्रीय बजट ने राजस्थान को किया निराश- ऊर्जा मंत्री भाटी

 वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा मंगलवार को पेश किए आम बजट में देश और राजस्थान को निराश किया है। उन्होंने बजट पर प्रतिक्रया व्यक्त करते हुए कहाकि  प्रदेश की भौगोलिक, आर्थिक व कोविड-19 की परिस्थितियों  में विशेष दर्जा जाना चाहिए था, जो नहीं दिया गया है।केन्द्रीय बजट में पाँच राज्यों के चुनाव को  विशेष महत्व दिया है। आम नागरिक, किसान, मज़दूर, छोटे व्यापारी व कर्मचारियों का ख्याल नहीं रखकर सभी वर्गों के साथ धोखा है। कृषि क्षेत्र में एमएसपी पर बजट में प्रावधान नहीं कर किसानों के साथ धोखा किया है। केन्द्र सरकार ने पूंजीगत खर्चे को ज्यादा प्राथमिकता दी है। –  भंवर सिंह भाटी, ऊर्जा मंत्री

 

पंूजीपतियों का बजट है, किसानों को काफी फायदा नहीं दिया गया है। यह चुनावी बजट है, इसके अलावा कुछ नहीं है। पिछले 7 साल में केन्द्र सरकार का राजकोषीय घाटा दोगुना हो गया है। इस बजट के बाद यह घाटा और बढऩे वाला है। बजट में किसान, आम आदमी, गरीब, महिलाओं और वंचित वर्ग के लिए कोई विशेष प्रावधान नहीं है।
– विरेन्द्र बेनीवाल, पूर्व गृह राज्य मंत्री

वर्ष 2022 – 23 के लिए पेश आम बजट मे वेतनभोगी वर्ग, मध्य वर्ग, गरीबो, किसानों, युवाओ और छोटे कारोबारियों के लिए कुछ नहीं है और ना ही बजट में महिलाओ को कुछ दिया गया है । बजट पूरा जनविरोधी बजट है ।
– सुशीला सिवंर , पूर्व जिला प्रमुख बीकानेर

 

केंद्र सरकार द्वारा आज पेश किया गया बजट मात्र जुमलेबाजी है पिछली घोषणाओ का कोई अता पता नही युवाओ को रोजगार की उम्मीद महिलाओ हेतु आर्थिक आज़ादी के साथ साथ सुरक्षा के उपाय और मध्यमवर्गोय परिवारों और व्यापारियों को इस महामारी के संकट में आयकर में छूट की उम्मीद थी वो भी कही नजर नही आई । बढ़ती मंहगाई को रोकने केलिए कोइ ठोस कार्ययोजना ना होना बेहद निराशाजनक है।– यशपाल गहलोत, अध्यक्ष  , शहर जिला कांग्रेस कमेटी 

कॉरपोरेट कर में राहत देकर सरकार ने बता दिया हे की केंद्र में कॉरपोरेट सरकार है जिसे किसान, छोटे असंगठित कामगार, आमजन, युवाओं, महिलाओं से कोई सरोकार नही है। साजिद सुलेमानी, पूर्व सदस्य केंद्रीय पुरातत्व सलाहकार बोर्ड सदस्य, प्रदेश कांग्रेस कमेटी

बीजेपी की प्रतिक्रिया

यह बजट स्वागत योग्य है। सर्वस्पर्शी, सर्व-समावेशी देश के जन-जन के सर्वांगीण कल्याण के प्रति समर्पित बजट के लिए बधाई।   यह बजट युवाओं, किसानों एवं महिलाओं को समर्पित है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच को साकार करने और आम आदमी की अपेक्षाओं पर खरा उतरने वाला है । बजट गरीब, गाँव और किसान को समर्पित है. यह महंगाई कम करने वाला, रोजगार में वृद्धि करने वाला और किसानों के हाथ मजबूत करने वाला है ।– अर्जुनराम मेघवाल, केन्द्रीय मंत्री

बजट देश में आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने वाला बजट है, जो नए भारत की नींव रखेगा और 130 करोड़ भारतवासियों की ज़िंदगी बेहतर करेगा। देश के विकास के लिए इन्फ़्रास्ट्रक्चर विकास बेहद ज़रूरी है। इसके साथ सड़क, रेल, बिजली, स्वास्थ, शिक्षा और खेती से जुड़े महत्वपूर्ण इन्फ़्रास्ट्रक्चर पर किया गया निवेश – मील का पत्थर साबित होगा। किसान, महिला और युथ पर फोकस रहे इस वर्ष के बजट में पीएम गति शक्ति के जरिए विकास पर जोर दिया गया है।– बिहारीलाल बिश्नोई, विधायक नोखा

बजट युवाओं, किसानों एवं महिलाओं को समर्पित : विधायक सिद्धि
यह बजट युवाओं, किसानों एवं महिलाओं को समर्पित है। यह बजट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच को साकार करने और आम आदमी की अपेक्षाओं पर खरा उतरने वाला है। बजट गरीब, गाँव और किसान को समर्पित है। यह महंगाई कम करने वाला, रोजगार में वृद्धि करने वाला और किसानों के हाथ मजबूत करने वाला है।
– सिद्धि कुमारी, विधायक, बीकानेर पूर्व विधानसभा

आर्थिक संकट से उबारेगा यह बजट : रांका
महामारी के इस दौर को आर्थिक संकट से उबारने वाला बजट है। उत्पादन एवं निवेश में वृद्धि, ऊर्जा क्षेत्र का विकास, कृषि सुधारों पर बल, सप्लाई चैन को मजबूती, नई नौकरियों के सृजन, सड़कों के विकास, कृषि को टेक्नोलॉजी से जोडऩे की घोषणाएं स्वागत योग्य हैं। महावीर रांका, लघु उद्योग प्रकोष्ठ के प्रदेश सहसंयोजक

आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्यों को पूरा करने की दिशा में प्रोडक्शन लिंक इनेसेटिव स्कीम्स के तहत साठ लाख रोजगार सृजन और बीस लाख करोड़ उत्पादन का लक्ष्य महत्वपूर्ण है । प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अस्सी लाख मकान बनाने का लक्ष्य स्वागत योग्य है । इसी तरह देश में डिजिटल विश्वविद्यालय की स्थापना का निर्णय भी नये युग की आवश्यकता है । – भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह शेखावत

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