
6 महिने से बीकानेर में रहे दो विदेशी नागरिकों को पुलिस ने दबोचा, ड्रग्स व अफीम सहित 10 लाख की विदेशी कैरेसी भी बरामद, देखे वीडियों






बीकानेर। जिले में पुलिस लगातार सक्रिय से काम कर रही है लगातार बढ़ रहे अपराधों को ध्यान में रखते हुए एसपी योगेश यादव अलर्ट मोड पर और जिले के सभी थानाधिकारियों को कड़े निर्देश दे रखे है कही भी वारदात होते ही उसे तुरंत ट्रेस आऊट किया जाये जिससे की अपराधी इलाके छोडऩे से पहले पुलिस के कब्जे में हो। इसी तरह शनिवार दोपहर को नापासर थाना इलाके में एक व्यापारी के पास दो युवकों ने लूट की वारदात के इरादे से व्यापारी पर पिस्तौल तान कर धमकाया और मौके से जो कुछ मिला लेकर फरार हो गये। इसकी जानकारी पुलिस को मिलते ही पुलिस ने तुरंत नाकाबंदी करवाई व डीएसटीएम टीम व साइबर एक्सपर्ट की मदद से इनकी लोकेशन नाल थाना क्षेत्र आई तो पुलिस ने कोतवाली व नयाशहर थानाधिकारी व डीएसटी व नाल थानाधिकारी को टीम के साथ नाकाबंदी करवाई तभी इनकी गाड़ी मिली पुलिस ने पकडऩा चाहा तो यह गाड़ी लेकर फरार हो गये पुलिस ने पीछा तभी इनकी गाड़ी बीच रास्ते में खराब हो गई तो पुलिस ने इन दोनों विदेशी नागरिक को पकड़ लिया। एसपी योगेश यादव ने रविवार को प्रेस वार्ता में मीडिया को बताया कि विदेशी नागरिक बीकानेर में पिछले 6 महिने से अलग अलग नामों से बीकानेर की एक होटल में रह रहे थे। यादव ने बताया कि इनकी तालाशी लेने पर इनके कब्जे से दिल्ली नंबर की गाड़ी व अलग अलग नंबरों की नंबर प्लेट व 8 देशों की विदेशी कैरेसी व आधारकार्ड तथा ड्रग्स, अफीम व गांजा भी बरामद किया है। यह लोग बीकानेर व आसपास के गांवों में चिटिंग का करके लोगों को बेवकूफ मानते थे। जैसे हाथ की सफाई दिखाना नोटो को दूगना करना जैसी चिंटिग करते थे। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है।
पुलिस ने होशियार मोहम्मन नीयां पुत्र हातम सरदस्त उम्र २६ साल निवासी ईरान, सलमान उर्फ शहराम जकी पुत्र अमीर उम्र ४७ साल निवासी ईरान और अहमद जिहाई बहले पुत्र मिर्जा मोहम्मद उम्र ३४ साल निवासी ईरान को गिरफ्तार किया है।
वीजा खत्म फिर भी भारत में
इन लोगों का भारत में रहने का वीजा खत्म हो चुका है, इसके बाद भी लंबे समय से भारत में रह रहे हैं। होटल में अपना पासपोर्ट दिखाकर कमरा लेते हैं। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ पर कुछ और राज खुलने की उम्मीद जताई है।
इनकी रही भूमिका
इस मामले में एडिशनल एसपी अमित कुमार के साथ ही डीएसटी टीम के हेड कांस्टेबल दीपक यादव की विशेष भूमिका रही। दरअसल, साइबर टीम के सहयोग से ही इस सारी कार्रवाई को अंजाम दिया जा सका है। थानाधिकारी महेश सीला, नवनीत, विक्रम, वेदपाल की भी भूमिका रही। बीकानेर में 6 महिने से विदेशी लोग रह रहे है और पुलिस को कानों कान खबर तक नहीं थी क्योकि पुलिस किसी भी होटल में घुसकर छानबीन नहीं करती है कि होटल में कौन व्यक्ति है जो आकर रुके है या किसके नाम से कमरें बुक है।
पहले भी बीकानेर में जासूस रह चुके है
बीकानेर में रहना कोई मुश्किल काम नहीं है क्योकि यह फरारी काटना या जासूसी करने के लिए आसान जगह है तभी ज्यादात्तर गैगस्टार फरारी बीकानेर व उसके आस पास के इलाको में फरारी काटते है और कुछ साल पहले भी यह व्यक्ति को पुलिस ने पकड़ा वो भी भारत की जासूसी करता है जो स्थानी नाम से बीकानेर में रहता था वो अपने पीछे जाति में जोशी लगाकर रहता था जिससे किसी को काफी सालों तक शक नहीं हुआ लेकिन फिर भी पुलिस ने अंतिम समय में पकड़ लिया था।
वीडियों: राजेश छंगाणी खुलासा न्यूज


