
आईजी ने रीट परीक्षा को लिये ये निर्देश






कोटा। अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) के आयोजन के समय परीक्ष केन्द्र से लेकर अभ्यथ्यर्थियों के आवागमन तक कड़ी निगरानी रखी जाएगी। प्रशासन की ओर से वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। संभागीय आयुक्त कैलाश चंद मीणा ने बुधवार को अधिकारियों की बैठक लेकर कहा कि अन्य जिलों से आने वाले परीक्षार्थियों को आवागमन, ठहराव की समस्या नहीं रहे। परीक्षा प्रश्नपत्र दोनों पारियों में पूरी सुरक्षा के साथ वितरण करते हुए प्रत्येक परीक्षा केन्द्र की वीडियोग्राफी कराना भी सुनिश्चित करें। संभागीय आयुक्त बुधवार को राजीव गांधी सेवा केन्द्र में वीसी के माध्यम से संभाग में रीट की तैयारियों की जिलेवार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि परीक्षा का आयोजन 26 सितम्बर से पहले ही परीक्षार्थी जिलों में आना शुरू हो जाएंगे। उन्हें आवागमन से लेकर ठहराव की समस्या नहीं रहे इसके लिए संख्या के आधार पर सभी व्यवस्थाएं समय पर पूरी करें। उन्होंने सामाजिक संगठनों, भामाशाहों को भी इस कार्य में मदद के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्धारित किए गए सभी परीक्षा केन्द्रों का सभी उपखण्ड अधिकारी 24 सितम्बर तक भौतिक सत्यापन कर पेयजल, रोशनी एवं सुरक्षात्मक दृष्टि से आवश्यक प्रबन्धों की रिपोर्ट भिजवाएं। उन्होंने परीक्षा प्रश्नपत्र एवं ओएमआर शीट को कोष कार्यालयों से संबंधित परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचाने से लेकर वितरण तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रखने तथा प्रत्येक केन्द्र पर सरकार के निर्देशों की पालना करते हुए वीडियोग्राफी कराने के निर्देश दिए। उन्होंने केन्द्र अधीक्षकों एवं वीक्षकों की बैठक लेकर राज्य सरकार के निर्देशों की जानकारी देने व पारदर्शिता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। चिकित्सा विभाग को 25 व 26 सितम्बर को सभी स्वास्थ्य केन्द्रों को खुला रखकर परीक्षा केन्द्रों पर कोविड-19 से बचाव की सामग्री का प्रदर्शन व वितरण करने के निर्देश दिए। पुलिस महानिरीक्षक रविदत्त गौड़ ने कहा कि परीक्षा आयोजन के समय सुरक्षात्मक दृष्टि से सभी प्रबंधों को बेहतर रूप से समय पर पूरा करें। उन्होंने परीक्षार्थियों के आवागमन को सुगम बनाए रखने के लिए निर्धारित बस स्टैण्ड के अतिरिक्त अस्थाई बस स्टैण्ड पर भी व्यवस्था बनाए रखें। उन्होंने कहा कि परीक्षार्थी बसों की छतों पर नहीं बैठें, इसके लिए पर्याप्त वाहन तैयार रखें। परीक्षा केन्द्रों पर वाहनों के आवागमन की जानकारी भी प्रदर्शित करें। वाहनों में मनमाना किराया वसूल नहीं किया जाए, इसकी निगरानी रखें।


