प्रोफेसर ने महिला लेक्चरर से भी की छेड़छाड़, बोला- बेटी को सुलाकर आओ, फिर हम एंजॉय करेंगे - Khulasa Online प्रोफेसर ने महिला लेक्चरर से भी की छेड़छाड़, बोला- बेटी को सुलाकर आओ, फिर हम एंजॉय करेंगे - Khulasa Online

प्रोफेसर ने महिला लेक्चरर से भी की छेड़छाड़, बोला- बेटी को सुलाकर आओ, फिर हम एंजॉय करेंगे

खुलासा न्यूज नेटवर्क। नंबर बढ़ाने के एवज में संबंध बनाने का दबाव बनाने वाले राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आरटीयू) के एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार के खिलाफ एक ओर मामला दर्ज हुआ है। एक महिला लेक्चरर ने एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार सहित तीन अन्य के खिलाफ दादाबाड़ी थाने में शिकायत दी है। लेक्चरर ने साल 2010 में एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार व प्रोफेसर राजीव गुप्ता सहित अन्य पर मानसिक प्रताडऩा, छेड़छाड़ व अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले की जांच भी एसआईटी की टीम करेगी।

पुलिस के अनुसार, महिला लेक्चरर की 28 जून 2008 में विद्युत विभाग में सहायक लेक्चरर पद पर नियुक्ति हुई थी। उसे क्वार्टर अलॉट किया गया था। 2010 में उसका क्वार्टर जबरन बदलकर गिरीश परमार के घर के ऊपर दे दिया गया था। महिला लेक्चरर ने एक महिला कर्मी व प्रोफेसर राजीव गुप्ता से घर बदलने को कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इस बीच गिरीश परमार उसे परेशान करने लगा।

महिला ने आरोप लगाया कि परमार कभी टैंक का पानी बहा देता था तो कभी नल खुला छोड़ जाता था। 2011 में एक दिन परमार एक कर्मचारी के साथ घर में घुस आया। घर में उनकी मां भी मौजूद थी। गिरीश परमार अपनी छत टपकने का बहाना बनाने लगा। कभी मेरा दरवाजा बजाता था तो कभी तेज आवाज में गाने बजाता था।

महिला ने पुलिस को बताया कि गिरीश परमार मुझसे कहता था- तुम्हें एमटेक के पेपर लिखने में मदद चाहिए तो बताना। 2012 में वह मेटरनिटी लीव पर गई थी। वापस लौटी तो सीढिय़ों पर कैमरा लगा था।

महिला लेक्चरर का हाथ पकड़ा, बोला- हनीमून मनाएंगे
शिकायत में महिला लेक्चरर ने बताया- 1 अक्टूबर 2012 की शाम परमार मिला। अभद्र भाषा बोलने लगा। कहा- मुझे तो लड़की चाहिए। बिकिनी की दुकान खोल कर पटक दूं। मैं बुरी तरह घबरा गई। नशे में धुत परमार ने मेरा हाथ पकड़ लिया। मैंने किसी तरह हाथ छुड़ाया, तो मेरे घर का रास्ता रोककर खड़ा हो गया। मैंने कहा कि सर मुझे जाने दें, मेरी बेटी रो रही है। परमार कहने लगा कि उसे सुला कर आओ। फिर हम एंजॉय करेंगे। हनीमून मनाएंगे। मैं क्वार्टर खाली कर रहा हूं। तुम भी क्वार्टर छोड़ दो। हम बाहर अपार्टमेंट में रहेंगे, किराया में दूंगा। लेक्चरर ने कहा कि मैं डर गई थी। नौकरानी की मदद से सारे खिड़की दरवाजे बंद किए। रात में परमार ने फिर कॉल किए। परमार, गुप्ता व महिला कर्मी की वजह से 10 साल डिप्रेशन में निकले। लेक्चरर का आरोप है कि जब मेरे पति आए तो उन्हें सारा घटनाक्रम बताया। दूसरे दिन पति एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार से बात करने गए। परमार नशे में धुत था। परमार ने उनसे भी गाली-गलौज और हाथापाई भी की। महिला लेक्चरर ने बताया कि क्रञ्ज प्रशासन से शिकायत की थी। उन्होंने भी परमार का साथ दिया। दादाबाड़ी थाने आई तो वहां प्रोफेसर राजीव गुप्ता, राजेश सिंघल पहले से ही खड़े थे। दोनों ने मेरे परिवार वालों को सरकारी नौकरी का डर दिखाते हुए केस दर्ज नहीं कराने दिया। राजीव गुप्ता मुझे धमकी दे रहा था।

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