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आज से 100 प्रतिशत से खुले, 18 महिनों के साथ प्रार्थना के साथ पढ़ाई की शुरुआत हुई

जयपुर। राजस्थान में कोरोना संक्रमण का असर कम होने के साथ ही आज से प्रदेशभर के स्कूल और कॉलेजों को 100त्न क्षमता के साथ खोल दिया गया है। इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल के तहत टेम्परेचर चेक कर स्टूडेंट्स को स्कूल में प्रवेश दिया गया। वहीं लंबे समय बाद फिर से प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान स्कूलों में भी स्टूडेंट्स की रौनक देखने को मिली। हालांकि सरकारी आदेश के बावजूद आज भी 100त्न स्टूडेंट्स स्कूल नहीं पहुंचे।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक कानाराम ने बताया कि प्री प्राइमरी से क्लास बारह तक के सभी स्टूडेंट्स को अब स्कूल जाना होगा। अगर कोई स्टूडेंट या स्टाफ सदस्य कोरोना पॉजिटिव आता है या उसमें कोई लक्षण मिलते हैं। तो उस क्लास रूम को बंद कर दिया जाएगा, जिसमें वो बैठता है। स्टूडेंट में कोरोना के लक्षण होने पर उसे हॉस्पिटल पहुंचाने की जिम्मेदारी स्कूल की होगी। उसके लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था करनी होगी।
नई व्यवस्था में अब स्कूल में प्रार्थना सभा फिर से हो सकेगी। पिछले डेढ़ साल से जब भी स्कूल ओपन हुए हैं, तब से प्रार्थना पर पूरी तरह रोक रही है। ऐसे में क्लास में ही प्रार्थना की व्यवस्था स्कूल स्तर पर लागू हो गई। अब स्कूल मैदान में प्रार्थना हो सकेगी। हालांकि इसके लिए भी सोशल डिस्टेंसिंग रखनी होगी। स्टूडेंट्स को दूरी बनाकर ही प्रार्थना करनी होगी। स्कूल में गेम्स एक्टिविटी करने की स्वीकृति दी गई है। हालांकि इससे पहले स्वयं विभाग प्रदेश में स्कूली गेम्स आयोजित कर रहा है।
बंद रहेगी कैंटीन
जिन स्कूल में कैंटीन संचालित हो रही है, वो फिलहाल बंद ही रहेगी। शिक्षा निदेशालय ने साफ तौर पर कहा है कि कैंटीन अभी शुरू नहीं हो सकेंगे। इसी तरह जिन स्कूल में मिड डे मिल तैयार होता है, वहां भी अभी रोक रहेगी। मिड डे मिल के लिए अलग से निर्देश जारी किए जाएंगे।
स्कूल बस से बाध्यता हटी
पूर्व में शिक्षा विभाग ने स्कूल बस या ऑटो में क्षमता से आधे स्टूडेंट्स ही बैठाने के आदेश दिए थे, लेकिन अब जितनी सीट उपलब्ध है, उतने स्टूडेंट्स बैठा सकते हैं। इसके लिए बस को नियमित रूप से सैनेटाइज करना होगा और चालक को वैक्सीन की दोनों डोज लगी होनी चाहिए।
इन नियमों का करना होगा पालन
लंच के लिए बच्चों को ओपन स्पेस उपलब्ध कराना होगा। बच्चे लंच एक साथ नहीं करेंगे और वाटर बॉटल भी घर से लेकर आएंगे। अगर नहीं लाए तो स्कूल शुद्ध पानी उपलब्ध कराएगा।
स्टूडेंट्स-टीचर को फेस मास्क का उपयोग जरूरी।
विद्यार्थी को पेन, कॉपी, पेंसिल का आदान-प्रदान नहीं करना होगा।
लंच बॉक्स किसी के साथ शेयर नहीं करना होगा।
अन्य विद्यार्थियों से शारीरिक दूरी बनाए रखेंगे।
निर्धारित की गई सीट पर ही बैठेंगे।
विद्यालय परिसर में अनावश्यक नहीं घूमेंगे।
पानी की बोतल, सैनेटाइजर साथ रखेंगे।
जुकाम, खांसी, बुखार होने पर विद्यालय नहीं आएंगे।
स्कूल में एंट्री और एग्जिट पर टीचर की ड्यूटी रहेगी, जो मास्क लगाने वाले स्टूडेंट को ही एंट्री देंगे।

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