
सरकारी कर्मचारियों के बोनस को लेकर आ रही है बड़ी खबर





- जयपुर। चुनावों में अब कुछ ही समय बचा है। आचार संहिता की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। केन्द्रीय चुनाव आयोग की दिल्ली में होनी वाली महत्वपूर्ण बैठक के बाद कभी भी आचार संहिता की घोषणा की जा सकती है।राजस्थान में पिछले छह चुनाव नवंबर-दिसंबर में ही हुए हैं। वहीं दीपावली अक्टूबर या नवंबर में होती है।सरकार किसी भी पार्टी की हो, उसे सरकारी कर्मचारियों के लिए बोनस की घोषणा करनी होती है।
- इस बार दीपावली 12 नवंबर को है और उस दौरान आचार संहिता लगी होगी। राज्य सरकार को करीब साढ़े तीन लाख कर्मचारियों के लिए बोनस की घोषणा करनी है। करीब एक लाख कर्मचारी विभिन्न बोर्ड-निगम के भी हैं।सरकार अगर आचार संहिता लगने से पहले बोनस की घोषणा करेगी तो उसे आयोग से पूछने की जरूरत नहीं रहेगी, लेकिन अगर आचार संहिता लगने के बाद यह घोषणा की गई तो फिर आयोग का निर्णय ही अंतिम होगा।इसे पिछले चुनाव के उदाहरण से ही समझ सकते हैं। 2018 में राज्य सरकार को आचार संहिता के चलते मंजूरी के लिए कर्मचारियों के बोनस की फाइल निर्वाचन विभाग के पास भेजनी पड़ी थी। हालांकि बोनस में अड़चन नहीं आई थी। आयोग ने इस बारे में भेजी गई फाइल को मंजूरी दे दी थी। राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष सूरजप्रकाश टांक ने बताया कि सरकार को आचार संहिता लगने से पहले ही बोनस की घोषणा करनी चाहिए, ताकि अनावश्यक रूप से आयोग के नियम-प्रावधनों में बोनस नहीं फंसे।


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