
हम राष्ट्रवाद की भावना को अपने जीवन में उतारे-श्री रविशेखर मेघवाल






बीकानेर आज राष्ट्र समर्पित युवा मंच द्वारा 13 अप्रेल को आयोजित होने वाले राष्ट्रवादी समागम समारोह के तहत श्री रविशेखर मेघवाल अपनी टीम के साथ खाजूवाला दौरे पर रहे जहां आयोजन को लेकर शोभासर, भरूपावा, बराला, कालासर के तहत कई लोगों से जनसम्पर्क अभियान किया। श्री रविशेखर मेघवाल ने बाबा साहब की जयन्ती पूर्व संध्या पर आयोजित होने वाले रेलवे ग्राउण्ड पर राष्ट्रवादी समागम समारोह की जानकारी देते हुये लोगों से कहा कि राष्ट्रवाद एक ऐसी विचारधारा है जिसमें राष्ट्र सर्वोपरि होता है। किसी भी राष्ट्र की उन्नति एवं सम्पन्नता के लिये वहां के नागरिकों में सांस्कृतिक, धार्मिक और भाषायी विविधता से उपर उठकर राष्ट्र के प्रति गौरव की भावना का होना अतिआवश्यक है क्योंकि किसी भी राष्ट्र की उन्नति के लिये राष्ट्रवाद की भूमिका महत्वपूर्ण होती है इसलिय हमें राष्ट्रवाद की भावना अपने जीवन में उतारनी चायिें। श्री रविशेखर मेघवाल ने ग्रामीणों से रूबरू होते हुये कहा कि बचपन में हम जब स्कूल जाते थे और आज के दौर में भी हम सभी देखते हैं कि स्कूलों में राष्ट्रगान का नियमित अभ्यास करवाया जाता है जबकि आजकल तो सिनेमाघरों में भी फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रगान चलाया जाता है साथ में वर्तमान समय में हमारी शिक्षा व्यवस्था के विभिन्न पाठ्यक्रमों में देश के महान सपूतों, वीरों एवं स्वतन्त्रता सैनानियों के शौर्य की गाथाओं का समावेश किया जाता है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुये राष्ट्र समर्पित युवा मंच बीकानेर में 13 अप्रेल को जो राष्ट्रवादी समागम समारोह आयोजित करने जा रहा है उसका मुख्य ध्येय भी राष्ट्रवाद की ही भावना है। श्री रविशेखर मेघवाल ने बताया कि डॉ. बी.आर. अम्बेडकर ने अपना सम्पूर्ण जीवन राष्ट्रहित में बलिदान किया था वह राष्ट्रवाद की ही भावना थी जिसके चलते संविधान लिखते समय उन्होनें धर्म, भाषा, जाति इत्यादि सभी संकीर्ण मनोवृतियों को पीछे छोडकर देशहित में हम सभी


