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अब अपराध कर पुलिस से बच पाना होगा मुश्किल

‘फेस डिटेक्शन के जरिए अपराधियों पर नकेल कसेनी की तैयारी
बीकानेर। बीकानेर में भी बड़े शहरों की तरह अपराधियों की धरपकड़ के लिए तंत्र को तकनीकी रूप से मजबूत किया जा रहा है। बीक ानेर में अब ऐसे कैमरे लगाए जा रहे है, जो चेहरों की पहचान कर अपराधियों को जेल के पीछे पहुंचाएंगे। ‘फेस डिटेक्शनÓ तकनीक के ये कैमरे वांछित अपराधियों की भीड़ में से पहचान करेंगे। इन कैमरों को ऐसे सॉफ्टवेयर से जोड़ा जाएगा जो वांछित की छवि वाले लोगों की पहचान कर अभय कमांड सेंटर को सूचित भी करेगा। ऐसे कैमरे शहर में पांच प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जा रहे हैं।
इजरायल की तकनीक के तर्ज पर पुलिस रखेगी अपराधियों पर नजर
बीकानेर में ‘फेस डिटेक्शन कैमरे सार्वजनिक स्थानों की रिकार्डिंग करते रहेंगे। सॉफ्टवेयर में जिस व्यक्ति की फोटो डाली जाएगी,वो जब भी इन कैमरों के सामने से गुजरेगा। कैमरा उसकी खुद व खुद वीडियो रिकार्डिंग करेगा और अभय कमांड सेंटर को इसकी जानकारी देगा। सेंटर इसकी सूचना सम्बंधित थाने को भेज देगा। वह व्यक्ति जितनी बार और जितने कैमरों के सामने से गुजरेगा, उन सभी के अलग-अलग वीडियो बनेंगे। इससे अपराध कर भागने वाले लोगों की शीघ्रता से पहचान की जा सकेगी और पुलिस को अपराधियों तक पहुंचने में सहायता मिलेगी। इस तक नीक को इजरायल में उपयोग में लिया जा रहा है, इसी तकनीक को यहां भी अपनाया गया है।
पांच सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जाएंगे ‘फेस डिटेक्शन कैमरे
शहर के पांच सार्वजनिक स्थानों पर कैमरे लगाने के लिए स्थान चिन्हित कर लिए गए हैं. इन कैमरों को फाइबर केबल से जोड़ा जाएगा, जिससे शहर की अन्य गतिविधियों पर भी अपेक्षाकृत ज्यादा नजर रखी जा सकेगी। लूट, डकैती, चैन स्नैचिंग, हत्या या गिरोह समेत अनेक अपराध कर भागने वालों पर लगाम लगेगी। आमतौर पर लूट या डकैती कर अपराधी शहर से बाहर भाग जाते हैं। घटना स्थल के आसपास के सामान्य कैमरों के वीडियो लेकर या फोटो लेकर सॉफ्टवेयर में डाले जाने के बाद शहर में पांच स्थानों पर लगे इन ‘फेस डिटेक्शन कैमरों की सहायता से उनका पता लगाया जा सकेगा। फिलहाल अभय कमांड सेंटर शहर की हर हलचल पर नजर रख रहा है.

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