बीकानेर के युवा मितेश खत्री ने स्टार्ट किया उपहार ऑनलाइन, - Khulasa Online

बीकानेर के युवा मितेश खत्री ने स्टार्ट किया उपहार ऑनलाइन,

बीकानेर के युवा मितेश खत्री ने स्टार्ट किया उपहार ऑनलाइन, अब बीकानेर की गिफ्ट्स आइटम्स को पूरी दुनिया में पहुँचाना हुआ आसान

खुलासा न्यूज़ । बीकानेर के युवा उद्यमी मितेश खत्री और उन की टीम ने अपनी नई पहल ‘उपहार ऑनलाइन’ के माध्यम से बीकानेर की गिफ्ट्स आइटम्स को वैश्विक स्तर पर पहुँचाने का सपना साकार किया है। मितेश ने अपनी मेहनत और दूरदर्शिता से न केवल स्थानीय उत्पादकों को एक नया बाजार दिया है, बल्कि बीकानेर के हस्तशिल्प और सांस्कृतिक धरोहर को भी विश्वभर में पहचान दिलाई है।

मितेश ने बताया कि बीकानेर की गिफ्ट्स आइटम्स जैसे हेरिटेज हैंडीक्राफ्ट, विशेष मिठाइयाँ, और हस्तनिर्मित सजावटी सामान हमेशा से ही गुणवत्ता और अनूठेपन के लिए मशहूर रहे हैं। लेकिन इनकी पहुँच सीमित थी। इसी सोच ने मितेश को ‘उपहार ऑनलाइन’ शुरू करने की प्रेरणा दी, जिससे वे स्थानीय कलाकारों और उत्पादकों को एक ऐसा मंच प्रदान कर सकें, जहाँ से वे अपने उत्पादों को वैश्विक बाजार में बेच सकें।

‘उपहार ऑनलाइन’ न केवल एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है, बल्कि यह बीकानेर के स्थानीय कारीगरों और छोटे उद्यमियों के लिए एक वरदान साबित हुआ है। इसके माध्यम से उन्हें न केवल देशभर के ग्राहकों से जुड़ने का अवसर मिला है, बल्कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने उत्पादों की मांग पूरी कर रहे हैं।

मितेश की यह पहल युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है, जिन्होंने स्थानीय संसाधनों का सही उपयोग कर अपनी उद्यमिता का प्रदर्शन किया है। मितेश का मानना है कि हर छोटे शहर में संभावनाओं की कमी नहीं है, जरूरत है तो बस सही दृष्टिकोण और मेहनत की।

‘उपहार ऑनलाइन’ टीम के संजय ने बताया की ये छोटे स्थानीय कारीगरों और छोटे उद्यमियों के लिए एक वरदान साबित हुआ है। टीम के निर्मल ने बताया की ये बीकानेर का पहला स्टार्टअप है जिस में स्थानीय कारीगरों को मौका दिया गया है !

‘उपहार ऑनलाइन’ की सफलता का राज मितेश की मेहनत और उनके टीम की लगन है, जिन्होंने बीकानेर की शिल्पकला को एक नई ऊँचाई पर पहुँचाया है। अब बीकानेर की गिफ्ट्स आइटम्स दुनियाभर में पहुँच रही हैं और लोग इन्हें बड़े ही चाव से खरीद रहे हैं।

मितेश का सपना है कि आने वाले समय में ‘उपहार ऑनलाइन’ भारत के हर छोटे शहर के कलाकारों और उत्पादकों को वैश्विक बाजार से जोड़ सके, ताकि वे भी अपनी पहचान बना सकें और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपना योगदान दे सकें।

बीकानेर के मितेश खत्री की यह कहानी साबित करती है कि अगर आपमें जज़्बा और मेहनत करने की लगन हो, तो कोई भी सपना असंभव नहीं होता। ‘उपहार ऑनलाइन’ की यह सफलता निश्चित रूप से अन्य युवाओं को भी प्रेरित करेगी।

‘उपहार ऑनलाइन’ को निर्विकल्प फाउंडेशन की टीम की प्रेरणा से बनाया गया है उस मे निर्विकल्प फाउंडेशन के श्री चंद्र शेखर श्रीमाली जी ने समय समय पर सहयोग किया और प्रेरणा देते रहे है !

‘उपहार ऑनलाइन’ को डाउनलोड करने के लिए आप ये लिंक यूज़ करे !
https://uphaar.online/openapp.html

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