
सिर्फ 167 रुपये बचाकर बन सकते हैं करोड़पति, जानिए विशेषज्ञ पीयूष शंगारी से






बीकानेर। पीयूष शंगारी का मानना है की कई बार लोग छोटी रकम निवेश करने में संकोच करते हैं और सोचते है की बड़ी रकम जमा करने के बाद ही निवेश की योजना बनाएंगे, अक्सर लोग सोचते हैं कि कम निवेश से उतना फायदा नहीं होगा जितना कि लॉन्ग टर्म में जरूरत होगी। आप यह जानकर चौंक जाएंगे कि रोजाना 167 रुपये के निवेश से भी आप करोड़पति बन सकते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि यह कैसे संभव है? क्या इसका कोई सीक्रेट फॉर्मूला है?
यह संभव है म्यूचुअल फंड के स्कीम में SIP के द्वारा निवेश के जरिए। आइए जानते हैं इतने कम निवेश में कैसे होगा करोड़पति बनने का सपना पूरा?
शंगारी बताते हैं कि SIP म्युचुअल फंड में निवेश का सबसे अच्छा तरीका है। इस माध्यम से हम हर महीने एक फिक्स्ड राशि का निवेश कर सकते हैं और ऐसा करने से निवेश की अच्छी एवरेजिंग हो जाती है, जिससे निवेश में खतरा घट जाता है और अच्छे रिटर्न की संभावना बढ़ जाती है। म्यूचुअल फंड में स्ढ्ढक्क शुरू करने के बाद जरूरी नहीं है कि आप तय समय तक ही निवेश करें, इस निवेश को आप जब भी चाहें रोक सकते हैं और ऐसा करने पर कोई पेनल्टी भी नहीं लगती।
SIP के जरिए इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश लॉन्ग टर्म टारगेट को हासिल करने का सबसे अच्छा तरीका है। इक्विटी में दूसरी योजनाओं की अपेक्षा अधिक रिटर्न देने की क्षमता है। यह महंगाई दर को मात देने में भी मदद करता है, जो की दूर के लक्ष्यों को पाने के लिए जरूरी भी है। इसके अलावा यह टैक्सेशन में भी सहायक है।
शंगारी के अनुसार ऐसे बन सकते हैं करोड़पति –
अगर आप रोजाना 167 रुपये की बचत करते हैं तो यह महीने में 5,000 रुपये होगा। आपको हर महीने 5,000 रुपये बेहतर म्यूचुअल फंड की स्कीम में सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी स्ढ्ढक्क के जरिए निवेश करना होगा। अगर आपका पोर्टफोलियो सालाना 12 फीसदी रिटर्न देता है तो आप 28 साल में 1.4 करोड़ रुपए से ज्यादा कमा सकते हैं, वहीं 30 साल में आपका निवेश 1.8 करोड़ रुपए और 35 साल में आप 3.24 करोड़ रुपए के मालिक बन सकते हैं।
निवेश पर रखें नजर-
यह जरूरी है कि आप अपने निवेश पर नजर बनाए रखें। हर छह महीने या साल भर में इसे जांचते रहें। अगर आपके निवेश की वैल्यू बढ़ रही है तो बने रहें। अगर आप किसी कारण से संतुष्ट ना हों तो इसी कैटेगरी में अपने निवेश को कहीं और शिफ्ट कर सकते हैं।


