
काम की खबर : अब रसोई में दिखेंगे हल्के सिलेंडर






घरेलू रसोई गैस उपभोक्ताओं के काम की खबर है। पेट्रोलियम एवं गैस कंपनियों ने घरेलू सिलेंडर के नए मॉडल को राजस्थान के बाजार में उतारा है। ये रसोई गैस सिलेंडर साइज में छोटे होने के साथ हल्के भी हैं, जिसको घर में मौजूद महिला आसानी से उठा सकेगी।
इस सिलेंडर का वजन लिक्विड पैट्रोलियम गैस (LPG) भरने के बाद 16 किलोग्राम होगा, जो सामान्य लोहे के सिलेंडर के वजन की तुलना में आधा है। नए लुक वाले फाइबर ग्लास सिलेंडर को कंपनियों ने कंपोजिट सिलेंडर नाम दिया है।
पारदर्शी होने से देख सकेंगे कितनी रसोई गैस बची है?
इन रसोई गैस सिलेंडर की खास बात ये है कि यह सेमी ट्रांसपेरेंट है। इससे आपको गैस की उपलब्धता का पता चल सकेगा। लोग यह भी देख सकेंगे की सिलेंडर में कितनी एलपीजी बची है। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसीएल) राजस्थान के कार्यकारी निदेशक सुनील गर्ग ने बताया कि कंपोजिट सिलेंडर में अभी दो साइज के बनाए हैं। एक 5 किलोग्राम और दूसरा 10 किलोग्राम का सिलेंडर है।
मौजूदा रसोई गैस सिलेंडर में 14.2 किलोग्राम एलपीजी मिलती है, जबकि नए कंपोजिट सिलेंडर में 10 किलोग्राम और 5 किलोग्राम एलपीजी मिलेगी। हालांकि ये एलपीजी प्रचलित बाजार मूल्य के अनुसार ही होगी, इससे उपभोक्ता की जेब पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उपभोक्ता को 10KG गैस के 636.50 रुपए देने होंगे।
ये भी है खासियत
इस कंपोजिट सिलेंडर में तीन लेयर सिस्टम है। ये एक फाइबर ग्लास की लेयर से ढका हुआ है। इसके अंदर ब्लो मोल्ड हाई डेंसिटी पालीइथाइलीन (एचडीपीई) की परत है। इसके ऊपर पॉलीमर फाइबर ग्लास की परत है, जबकि बाहरी परत एचडीपीई की है। इसलिए यह फाइबर सिलेंडर मजबूत होगा। खास बात ये है कि आगजनी के हादसे में यह फटेगा भी नहीं।
नए डिजाइन का सिलेंडर लेने के लिए ये करना होगा
राजस्थान में रसोई गैस उपयोग का उपयोग करने वाले करीब 1.66 करोड़ लाख उपभोक्ता है। वर्तमान में सभी को लोहे वाले सिलेंडर घरों पर भेजे जा रहे हैं। अगर कोई उपभोक्ता इन लोहे वाले सिलेंडर की जगह नए लुक वाले सिलेंडर लेना चाहता है तो उसे एजेंसी पर आवेदन करना होगा।
कार्यकारी निदेशक गर्ग ने बताया का 10 किलो एलपीजी के लिए सिक्योरिटी राशि 3,350 रुपए, जबकि 5 किलो एलपीजी के लिए सिक्योरिटी राशि 2,150 रुपए निर्धारित की है। पुराने लोहे के सिलेंडर (बड़े वाले) के लिए जो सिक्योरिटी राशि 1600 रुपए जमा गैस एजेंसी में जमा है उस राशि को समायोजित करते हुए शेष राशि उपभोक्ता को जमा करवानी होगी। इसके बाद उपभोक्ता के घर नए सिलेंडर डिलीवरी के समय उपलब्ध होने लगेगा।


