
राजस्थान में होगा हिमालयी क्षेत्र की ‘बर्फबारी’ का असर, इस साल सर्दी तोड़ेगी सारे रिकॉर्ड?





राजस्थान में होगा हिमालयी क्षेत्र की ‘बर्फबारी’ का असर, इस साल सर्दी तोड़ेगी सारे रिकॉर्ड?
राजस्थान में अब सर्दी का मौसम धीरे-धीरे अपने पैर पसार रहा है। उत्तर से आ रही हवाओं के कमजोर होने और पूर्वी हवाओं के सक्रिय होने से तापमान में वृद्धि होने की संभावना है। हालांकि दीपावली तक मौसम शुष्क रहेगा और तापमान में हल्का उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। पिछले 24 घंटों के मौसम के अनुसार राजस्थान के अधिकांश इलाकों में आसमान साफ और दिन में तेज धूप रही। वहीं सुबह और शाम के समय हल्की ठंडी हवाएं चलने से ठंडक महसूस हुई। विशेषज्ञों के अनुसार सर्दी का असर बढ़ने के बावजूद दिन के तापमान में वृद्धि हो सकती है लेकिन रात में ठंडक बरकरार रहेगी। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार अगले 48 घंटों तक राज्य में मौसम शुष्क रहेगा और बारिश की कोई संभावना नहीं है। नवंबर माह में शीतलहर और मावठ के असर से तापमान में गिरावट आ सकती है।
इस साल पड़ेगी हाड़कंपाने वाली ठंड
अक्टूबर के तीसरे सप्ताह तक राजस्थान में दिन और रात के तापमान के बीच बढ़ता हुआ अंतर सर्दी की ठंडक को और तेज कर सकता है। सर्दी का असर दीपावली तक बढ़ेगा और नवंबर-दिसंबर में सर्दी और शीतलहर के कारण हाड़कंपाने वाली ठंड का सामना प्रदेशवासियों को करना पड़ सकता है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल का शीतकाल सामान्य से अधिक सर्द रहने की संभावना है। ऐसे में पुराने रिकॉर्ड टूटने की भी संभावना है। उत्तर-पूर्वी हवाओं के कारण नवंबर के आखिर तक में शीतलहर और मावठ का असर देखने को मिल सकता है। हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी शुरू हो चुकी है जिसका असर राजस्थान के मैदानी इलाकों में भी दिख सकता है। इस कारण हल्की ठंड बढ़ने की संभावना भी है।

