
क्या 15 जून से फिर होगा लॉकडाउन! अफवाह से बीकानेर में दिनभर मची रही अफरा-तफरी, पढि़ए पूरी खबर






खुलासा न्यूज़, बीकानेर। राजस्थान में बुधवार को एक और लॉकडाउन लगने की अफवाहें वायरल होती रहीं। सरकार की ओर से प्रदेश की सीमाओं पर आवाजाही नियंत्रित करने के आदेश के बाद सोशल मीडिया पर लॉकडाउन के साथ प्रदेश में तम्बाकूजनित पदार्थों की खरीद बिक्री पर रोक लगने की अफवाहें भी फैल गई। इसके बाद बीकानेर सहित प्रदेश के कई जिलों के बड़े कस्बों में तम्बाकूजनित पदार्थों की दुकानों के शटर गिरने शुरू हो गए। थोक विक्रेताओं ने तम्बाकूजनित पदार्थों के दाम तिगुने बढ़ा दिए। शाम तक यही स्थिति बनी रही। जिले ग्रामीण इलाके के पवन कुमार ने बताया कि थोक विक्रेताओं ने तम्बाकूजनित पदार्थों की दुकानें बंद कर दी हैं। मैं पिछले कई घंटे से सामान लेने के लिए बाजार में हूं और इंतजार कर रहा हूं कि कोई दुकान खुल जाए, लेकिन कोई दुकानदार सामान देने के लिए तैयार नहीं है। पुलिस विभाग की ओर से सीमा सील के अस्पष्ट आदेशों से बीकानेर के बाजारों में भी अफवाह के चलते अफरा-तफरी का माहौल रहा।
खासकर पान मसाले, गुटखे, बीड़ी, तंबाकू की लत वालों ने दुकानों पर पहुंचकर अपने नशे की लत को पूरा करने के लिए अधिक मात्रा में खरीददारी की और स्टॉक जमा किया।
अन्य राज्यों से आवागमन नियंत्रित करने का निर्णय
राजस्थान में वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते इस पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार ने अंतरराज्यीय सीमा पर वाहनों का आवागमन नियंत्रित करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को समीक्षा बैठक की तथा इसके बाद गृह विभाग ने अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों को नियंत्रित करने के निर्देश दिए।
संक्रमण को फैलने से रोकना सरकार की प्राथमिकता
गहलोत ने कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकना सरकार की प्राथमिकता है। राज्य में लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढऩे के मद्देनजर सुबह अंतर्राज्यीय सीमा सील करने के आदेश जारी किए गए थे। लेकिन उसके बाद सरकार ने एक संशोधित आदेश जारी करते हुए कहा कि इसे सीमा सील करने की बजाय वहां आवागमन को नियंत्रित करना समझा जाए। जिसमें कहा गया है कि सीमा सील नहीं कर वहां आवागमन को नियंत्रित किया जाएगा।
फिलहाल सात दिन के लिए होगा आवागमन नियंत्रण्
अंतर्राज्यीय सीमा पर आवागमन नियंत्रित करने के लिए सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि अंतरराज्यीय आवागमन को नियंत्रित किया जाए तथा बिना अनुमति के राज्य की सीमा में प्रवेश या बाहर नहीं जाने दिया जाए। अब फिर से प्रदेश में किसी अन्य राज्य से प्रवेश के लिए अनुमति लेनी होगी जो आपातकालीन परिस्थितियों एवं मेडिकल इमरजेंसी में ही दी जा सकेगी। हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर भी सतर्कता बढ़ाई जाएगी। फिलहाल सीमा पर आवागमन नियंत्रण 7 दिन के लिए होगा। उल्लेखनीय है कि राज्य में कोरोना का कहर जारी है और अब तक इसके 11 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और अब तक 255 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।


