
क्या सरकार रिपीट के लिए कांग्रेस काटेगी मंत्री-विधायकों के टिकट?






जयपुर। कांग्रेस इस बार राजस्थान में सरकार रिपीट करने के दावे कर रही है। आपने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर कई कांग्रेस नेताओं के मुंह से बार-बार ये सुना होगा कि हम 25 साल से चले आ रहे सियासी ट्रेंड को तोड़ेंगे। जनता से जुड़े फैसलों के दम पर कांग्रेस फिर से सत्ता में आएगी।लेकिन सच तो यही है कि राजस्थान में सत्ताधारी दल फिर से सत्ता में नहीं आता। इस ट्रेंड को समझने के लिए भास्कर ने एक्सपर्ट्स की मदद ली और पिछले 4 विधानसभा चुनावों के नतीजों का बारीकी से एनालिसिस किया।सामने आया कि कांग्रेस के ये दावे तभी हकीकत में बदल पाएंगे जब वह अपने ज्यादातर विधायकों के टिकट काटकर नए लोगों को मैदान में उतारे।क्योंकि जो भी पार्टी सत्ता में रही, उसने अपने पुराने चेहरों के भरोसे ही चुनाव जीतने की कोशिश की। लेकिन यह कारगर नहीं हुई। दिग्गज मंत्री भी अपनी सीट नहीं बचा पाए।तो क्या अगला चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस को मौजूदा मंत्री-विधायकों के टिकट काटने का फॉर्मूला अपनाना पड़ेगा? क्या सत्ता विरोधी लहर में जीतने का यही मंत्र है? क्यों राजस्थान के वोटर्स हर बार सत्ता पलट कर रख देते हैं?


