
रक्षाबंधन पर क्या इस बार भी रहेगा भद्रा का साया!, चार साल बाद बन रहा ऐसा संयोग





रक्षाबंधन पर क्या इस बार भी रहेगा भद्रा का साया!, चार साल बाद बन रहा ऐसा संयोग
खुलासा न्यूज़। भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन, इस साल 9 अगस्त 2025 को पूरे उत्साह के साथ मनाया जाएगा. उत्तर भारत में धूमधाम से इस त्योहार को मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं. बाजार रंग-बिरंगी और अनोखी राखियों से भरे पड़े हैं. इस साल यह त्योहार इसलिए भी खास है क्योंकि 4 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है जब रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं रहेगा. इसका मतलब है कि बहनें पूरे दिन कभी भी अपने भाई को राखी बांध सकती हैं.
शुभ मुहूर्त और महत्वपूर्ण योग
पंचांग के अनुसार, श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि 8 अगस्त 2025 को दोपहर 2 बजकर 12 मिनट से शुरू होकर 9 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 24 मिनट तक रहेगी. उदयातिथि के चलते रक्षाबंधन का त्योहार 9 अगस्त को मनाया जाएगा. इस दिन सुबह से ही राखी बांधने का शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएगा.
यह दिन ज्योतिषीय दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. साथ ही श्रवण और धनिष्ठा नक्षत्र का भी संयोग है, इसके अलावा, बुध ग्रह का कर्क राशि में उदय होना भी इस दिन को और खास बना रहा है. इसलिए इस बार माना जा रहा है कि चार साल ऐसे शुभ संयोग वापस आया है.
राखी बांधने की पारंपरिक विधि
रक्षाबंधन पर बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनके लिए लंबी उम्र और खुशहाली की कामना करती हैं. इस पारंपरिक विधि में सबसे पहले भाई के माथे पर रोली से तिलक लगाया जाता है. इसके बाद, थाली में दीपक जलाकर बहन के जरिए भाई की आरती की जाती है और फिर उसे राखी बांधकर मिठाई खिलाई जाती है. इसके बदले में भाई अपनी बहन को उपहार देकर जीवन भर उसकी रक्षा का वादा करता है. यह त्योहार परिवार में खुशहाली और आपसी प्रेम को मजबूत करता है.

