
आने वाले 15-20 दिन सेहत के लिए क्यों सबसे ज्यादा खतरनाक, ऐसे बरतें सावधानी





नई दिल्ली: जनवरी (January) का महीना खत्म होने को है और उत्तर भारत में अब तक जो प्रचंड ठंड पड़ रही थी उसमें भी कुछ कमी देखने को मिल रही है. अहले सुबह और रात के वक्त अब भी ठंड का प्रकोप (Cold Season) बना हुआ है लेकिन दिन में तेज धूप निकलने की वजह से तापमान में बढ़ोतरी हो रही है जिसकी वजह से दिन में कुछ गर्मी महसूस होने लगती है. वैसे भी मकर संक्रांति के बाद मौसम में गर्मी बढ़ने लगती है, लेकिन यही वह मौसम है जब आपको अपनी सेहत को लेकर सबसे ज्यादा सर्तक रहने की जरूरत है. इस दौरान की गई जरा सी लापरवाही आपको बीमार बना सकती है. लिहाजा अगले 15-20 दिन अपनी सेहत को लेकर सावधान रहें.
इसका कारण ये है कि जब मौसम बदलता है और दिन और रात के तापमान में काफी ज्यादा अंतर होने लगता है तो इस दौरान कई सारे वायरस सक्रिय हो जाते हैं जिसकी वजह से मौसमी फ्लू (seasonal flu) और सामान्य सर्दी-जुकाम (common cold)और बुखार (fever) जैसी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है.
किसके बीमार पड़ने का खतरा अधिक?
वैसे तो जरा सी लापरवाही करने पर बदलता मौसम (changing season) किसी को भी बीमार बना सकता है, बावजूद इसके कुछ लोग ऐसे हैं जिनके बीमार होने का खतरा अधिक होता है-
1. बुजुर्ग
2. बच्चे
3. अस्थमा (asthma) के मरीज
4. वैसे लोग जिन्हें पहले से कोई बीमारी है जैसे- हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग आदि
5. जिन लोगों को ऐलर्जी (allergy) की समस्या है
6. वैसे लोग जिनका इम्यून सिस्टम (immune system) यानी रोगों से लड़ने की क्षमता कमजोर है
(और पढ़ें- अस्थमा के मरीजों को बदलते मौसम में राहत देगी यह आयुर्वेदिक चाय)
बदलते मौसम में ऐसे रखें अपना ख्याल
1. खानपान का रखें विशेष ध्यान- अगर किसी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) मजबूत है तो उसके बीमार पड़ने का खतरा भी कम हो जाता है। इसके लिए शरीर को सही पोषण (nutrition) मिलना जरूरी है जो स्वस्थ और संतुलित आहार (balanced diet) से प्राप्त होता है। लिहाजा विटामिन सी (vitamin c), विटामिन ए (vitamin a) और फोलेट (folate) से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें जो आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इस दौरान खट्टे फल जैसे- संतरा, आंवला, नींबू, किवी, स्ट्रॉबेरी, हरी पत्तेदार सब्जियां, टमाटर, ब्रोकली, नट्स और सीड्स आदि को अपनी रोजाना की डाइट में शामिल करें। इसके अलावा पानी पीना भी जरूरी है। पानी शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों (toxins) को शरीर से बाहर निकालकर बीमार पड़ने की आशंका को कम कर देता है। रोजाना 2-3 लीटर पानी जरूर पिएं।
2. कपड़ों में कमी न करें- अगर आप ये सोच रहे हैं कि दिन में तेज धूप निकलने की वजह से गर्मी हो जाती है और इसलिए आपको स्वेटर-जैकेट पहनने की जरूरत नहीं है तो यहीं पर आप गलती कर रहे हैं। इस दौरान गर्म कपड़ों को लेकर की गई जरा सी लापरवाही आपको बीमार बना सकती है। बदलते मौसम में अचानक से ठंड कब वापस आ जाए ये कहना मुश्किल होता है। इसलिए बीमार पड़ने से बचना है तो स्वेटर-जैकेट के साथ ही थर्मल और स्कार्फ आदि का इस्तेमाल फिलहाल बंद न करें।
3. नियमित रूप से एक्सरसाइज करें- अगर सुबह के समय बाहर कोहरा हो तो आप दिन में निकलकर बाहर धूप में टहल लें या घर के अंदर ही हल्की-फुल्की एक्सरसाइज (exercise) कर लें। बाहर धूप में जाने से आपको सनशाइन विटामिन-विटामिन डी (vitamin d) मिलता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के साथ ही आपको बीमार होने से बचाता है। लिहाजा वॉकिंग, रनिंग, जॉगिंग, साइक्लिंग, जैसे कुछ एक्सरसाइज को अपने डेली रूटीन में जरूर शामिल करें। इसके अलावा योग और मेडिटेशन (yoga and meditation) भी आपको स्वस्थ रखने में मददगार साबित हो सकते हैं।
4. अच्छी नींद लें- अच्छी सेहत के लिए अच्छी नींद (good sleep) लेना भी बेहद जरूरी है। लिहाजा हर रात 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें क्योंकि अगर आपके शरीर को सही तरीके से आराम नहीं मिलेगा तो आपके बीमार पड़ने का खतरा बढ़ जाएगा। इसलिए बदलते मौसम के साथ अपनी नींद की रूटीन में भी बदलाव करें और अपने सोने और जागने का एक सही समय फिक्स कर लें और रोजाना उसे फॉलो जरूर करें।
5. आसपास सफाई बनाए रखें- अभी कोविड-19 (covid-19) महामारी की वजह से साफ-सफाई का महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया है। लेकिन बदलते मौसम में आपको हाइजीन का और भी ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है। साबुन-पानी या सैनिटाइजर से अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ करने के साथ ही आपको घर या ऑफिस में सबसे ज्यादा छूई जाने वाली सतहें जैसे- दरवाजे का हैंडल, लिफ्ट के बटन, टेबल की सतह, कम्प्यूटर कीबोर्ड, रिमोट कंट्रोल जैसी चीजों को कीटाणुनाशक की मदद से अच्छी तरह से साफ और डिसइंफेक्ट जरूर करें।
इन छोटी-छोटी और सामान्य बातों का ध्यान रखकर आप बदलते मौसम में भी बीमार पड़ने से बच सकते हैं।

