
शाह ने क्यों टोका पूर्व मुख्यमंत्री वसुधरा राजे को आखिर क्या था माजरा






जयपुर। अमित शाह ने प्रदेश भाजपा को एक बार फिर 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए कमर कसने के संकेत दे दिए हैं। जनप्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि 2023 के चुनाव में इस निकम्मी और भ्रष्टाचारी अशोक गहलोत की सरकार को उखाड़कर फेंक देना है। उन्होंने कहा कि गहलोत अपनी सरकार की वाहवाही करते हैं, हम कहते हैं कि 2022 में उप्र के साथ चुनाव करा लो, आपको हकीकत पता चल जाएगी। इससे पहले, अमित शाह ने कार्यसमिति में सभी राजस्थान बीजेपी नेताओं को साफ कह दिया है कि अगले चुनाव राजस्थान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही होंगे। उन्होंने कहा मिशन 2023 के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव के लिए सभी एकजुट होकर तैयारियां शुरू करें। कार्यसमिति में जब अमित शाह के स्वागत के लिए वसुंधरा राजे का नाम पुकारा गया तो अमित शाह ने टोकते हुए कहा कि कितनी बार स्वागत करवाएंगे। बहुत हो गया स्वागत। वसुंधरा राजे स्वागत के लिए उठते उठते रुक गईं। इस घटनाक्रम की सियासी हलकों में काफी चर्चा हो रही है।
अमित शाह ने कार्यसमिति की बैठक में अपने संबोधन में यह भी कहा कि व्यक्ति ही संगठन नहीं है। इस बात को सभी को समझ लेना होगा। हालांकि जनप्रतिनिधि सम्मेलन में वसुंधरा ने अमित शाह का स्वागत किया। इसके बाद अपने संबोधन में वसुंधरा ने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे गृह मंत्री का स्वागत करने का मौका मिला।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सत्तर के दशक में गरीबी हटाओ का नारा दिया था, जब मोदी जी आए तब भी करोड़ों घरों में बिजली नहीं थी, चूल्हा जलता नहीं था, शोचालय की व्यवस्था नहीं थी। वे सुन लें कि कांग्रेस ने गरीबी हटाने का नहीं, गरीब ही हटाने का काम किया। इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर भी चुटकी ली। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कोई काम करते हों या न करते हों, कम से कम ट्वीट तो करते हैं।
पेट्रेाल-डीजल की सबसे ज्यादा कीमत राजस्थान में होने को लेकर उन्होंने कहा कि मोदी जी ने पूरे देश में पेट्रोल व डीजल के टैक्स घटाए, लेकिन राजस्थान एक ऐसा राज्य है, जहां के सीएम को तिजोरी बहुत पसंद है। मैं गहलोत जी को विनती करता हूं पेट्रोल के दाम घटा दो वरना जनता राह देख रही है। गहलोत गरीबों को किसी तरह की सुविधा नहीं दे रही है। वसुंधरा सरकार के कई कल्याणकारी योजनाओं को तोड़-मरोड़ दिया है। आज राजस्थान में हर व्यक्ति के ऊपर 65 हजार रुपए का कर्ज है। उन्हें हमेशा डर रहता है कि मेरी सरकार गिर जाएगी। वे ऐसा काम क्यों कर रहे हैं कि उनकी सरकार गिरे।
शाह ने ऐलान किया कि भाजपा कांग्रेस सरकार नहीं गिराएगी। 2023 के चुनाव में प्रचंड बहुमत से अपनी सरकार बनाएगी।
वसुंधरा बोलीं- गहलोत सरकार अदृश्य है, सरकार बचाने में लगे हैं
वसुंधरा राजे ने कहा कि गहलोत जी की सरकार अदृश्य है। कानून व्यवस्था और सरकार दोनों गायब है। 3 साल हो गए, गहलोत सरकार बचाने में लगे हैं। 2 साल निकल गए, कभी गिर रही है, कभी खड़ी हो रही है। अभी कैबिनेट रिसफ़ल हुआ उसमें भी यह देखा गया कि कोई इधर उधर जाने वाला तो नहीं है।
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने बीजेपी राज की योजनाओं को या तो बंद कर दिया या उन्हें बन्द ही कर दिया। अन्नपूर्णा योजना को बंद कर दिया। अन्नपूर्णा रसोई को बंद तो नहीं किया लेकिन उसका नाम इंदिरा गांधी के नांम कर दिया। नाम बदल दो वह भी कोई बात नहीं लेकिन उसमे कैसा घटिया खाना दे रहे हैं। जनता सरकार बदलने को तैयार बैठी है, 2023 दूर नहीं है।
वसुंधरा राजे ने अपने भाषण का आधे समय अमित शाह और पीएम मोदी की तारीफ में लगाया। राजे ने अमित शाह को भाई साहब कहकर संबोधित किया। केंद्र सरकार के कामकाज की जमकर तारीफ की।
इससे पहले कार्यसमिति की बैठक में अमित शाह ने ओम प्रकाश माथुर की 3 बार तारीफ की। उन्होंने माथुर को शिल्पकार बताया। शाह ने कहा कि कई राज्यों में ओम प्रकाश माथुर को सरकार बदलने की रणनीति का अनुभव है। शाह ने कहा कि ओम माथुर कई राज्यों में प्रभारी रहे हैं, इन्हें राजनीति का लम्बा अनुभव है। शाह प्रदेश भाजपा के प्रमुख 10 नेताओं के साथ वन-टू-वन मुलाकात भी करेंगे।


