गहलोत सरकार ने कहाँ की अगर दूसरी लहर में नही सुदरे तो उठाने पडेग़े कड़े कदम - Khulasa Online गहलोत सरकार ने कहाँ की अगर दूसरी लहर में नही सुदरे तो उठाने पडेग़े कड़े कदम - Khulasa Online

गहलोत सरकार ने कहाँ की अगर दूसरी लहर में नही सुदरे तो उठाने पडेग़े कड़े कदम

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राजस्थान में एक दिन में 2 हजार 429 कोरोना पॉजिटिव केसेज का आना तथा पूरे देश में इस आंकड़े का एक लाख को पार कर जाना अत्यंत चिंताजनक है। प्रदेश में एक ही दिन में संक्रमित रोगियों की संख्या में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी के ये आंकड़े डरावने हैं। इनमें और भी बढ़ोतरी हो सकती है। उन्होंने चेताया कि कोरोना की दूसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार और अधिक कड़े कदम उठा सकती है और सभी लोगों को इसमें सहयोग करना पड़ेगा। गहलोत सोमवार देर रात मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोविड-19 के संक्रमण, नियंत्रण के लिए रणनीति बनाने तथा वैक्सीनेशन की स्थिति पर वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञों, संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों तथा जिला स्तर के अधिकारियों के साथ लगभग ढाई घंटे तक विस्तृत चर्चा कर रहे थे। इस महत्वपूर्ण बैठक को फेसबुक, यूट्यूब सहित विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से लाइव प्रसारित किया गया। मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान संभागीय आयुक्त, पुलिस कमिश्नर, जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक, सीएमएचओ, मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल, जिला अस्पतालों के पीएमओ एवं अन्य अधिकारियों से संवाद किया। इस लाइव प्रसारण से 4 लाख से अधिक लोग जुड़े तथा करीब 30 हजार लोगों ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आमजन से कोरोना संक्रमण की स्थिति के संदर्भ में हैल्पलाइन 181 तथा 0141-2922272 पर सुझाव एवं प्रतिक्रियाएं आमंत्रित की। गहलोत ने प्रदेश में सोमवार को एक ही दिन में 5.44 लाख लोगों को टीका लगाए जाने पर खुशी जाहिर करते हुए अभियान में जुटे चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं चिकित्सा कर्मियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि राजस्थान की यह बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि एक दिन में वैक्सीनेशन की यह देश के सभी राज्यों में सबसे बड़ी संख्या है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान की गति में हमें और तेजी लाना है। तभी हम कोरोना के प्रसार को नियंत्रित कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगने के बाद भी मास्क पहनने सहित हैल्थ प्रोटोकॉल के अन्य नियमों की पालना करना भी जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि जल्द से जल्द और अधिक से अधिक संख्या में लोगों को टीका लगाकर प्रदेश को कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की भयावहता से बचाया जाए। इसके लिए उन्होंने बैठक में मौजूद सभी अधिकारियों, अन्य कार्मिकों तथा सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लाइव प्रसारण देख रहे आमजन विशेषकर युवाओं से अपील की कि वे स्वयं और अपने आस-पास मौजूद 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोविड वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करें। गहलोत ने प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कोरोना गाइड लाइन की पालना करवाने के लिए पूरी सख्ती बरतें। सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनने तथा उचित दूरी के नियमों की अवहेलना करने पर जुर्माने के साथ-साथ प्रतिष्ठानों को 72 घण्टे तक सीज करने जैसे कदम उठाने में कोई कोताही नहीं बरती जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमण के मुकाबले की भावना से काम करते हुए हमें सख्ती के साथ-साथ प्यार और समझाइश से जन अभियान की तर्ज पर हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना करवानी है। मुख्यमंत्री ने राजस्थान के सभी निवासियों को स्वास्थ्य बीमा कवरेज का लाभ देने के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का अधिक से अधिक प्रचार कर लोगों को इससे जोडऩे की अपील की। उन्होंने अधिकारियों तथा आमजन से कहा कि वे गांवों एवं शहरों में चल रहे अभियान के दौरान अधिकाधिक परिवारों का मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करवाएं। पूरे प्रदेश में 1 मई मजदूर दिवस के दिन से लागू होने वाली योजना में 5 लाख रुपए तक के निशुल्क कैशलेस उपचार की सुविधा मिलेगी। चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि संक्रमण की मारक क्षमता से बचने के लिए हमें च्सावधानी हटी-दुर्घटना घटीच् के मंत्र के अनुरूप पूरी तरह से सतर्क रह कर कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का पालन करना और करवाना होगा। उन्होंने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से सैम्पलिंग तथा ट्रीटमेंट के लिए वर्तमान आवश्यकता से 10 गुना अधिक संसाधन की तैयारी रखें। प्रमुख शासन सचिव गृह अभय कुमार ने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना गाइड लाइन की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए सभी जिलों में ज्वाइंट एन्फोर्समेंट टीमों का गठन किया गया है, जिन्होंने कई जगहों पर गाइड लाइन का उल्लंघन करने वाले प्रतिष्ठानों पर जुर्माने अथवा सीज की कार्रवाई की है। अधिक पॉजिटिव केसेज वाले क्षेत्रों को माइक्रो कंटेनमेंट जोन के रूप में चिन्हित किया गया है। इसी तरह से वेक्सीनेशन और कोविड प्रोटोकॉल की पालना की समझाइश के लिए बीएलओ के नेतृत्व में लगभग 3 हजार टीमें बनाई गई हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ महाजन ने कोविड संक्रमण और टीकाकरण अभियान की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सैम्पलिंग को बढ़ाकर 50 हजार प्रतिदिन तक कर दिया गया है। राज्य में एक्टिव केसेज की संख्या 15 हजार से अधिक हो गई है। केसेज के दुगुना होने की दर 200 दिन से कम रह गई है। ऐसे में रूथलेस कंटेनमेंट की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि 60 बेड क्षमता वाले अस्पतालों में 25 प्रतिशत बेड कोविड रोगियों के लिए आरक्षित करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। बैठक में मुख्य सचिव निरंजन आर्य, पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर, प्रमुख सचिव वित्त अखिल अरोरा, चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया, स्वायत्त शासन सचिव भवानी सिंह देथा, सूचना एवं जनसंपर्क आयुक्त महेन्द्र सोनी, राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजा बाबू पंवार, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी, वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञ वीरेन्द्र सिंह सहित अन्य वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञ एवं उच्च अधिकारी उपस्थित थे।

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