
कब खुलेगी स्कूले: अभिभावक बच्चों की पढ़ाई को लेकर हुए चिंतित, दे अपनी राय






खुलासा न्यूज बीकानेर। कोरोना के कारण पिछले दो साल से स्कूलें बंद होने के कारण बच्चे पढ़ाई में बहुत पीछे चले गये है अब अभिभावकों को बच्चों को चिंता सताने लगी है लेकिन सरकार कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों को किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतना चाहता है। इसको ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार अधिकारियों व मंत्रियों के साथ मीटिंग कर तीसरी लहर को रोकने के पूरे प्रयास किये जा रहे है। फिलहाल अब प्रदेश में पूरी तरह से कोरोना की अच्छी स्थिति है। अभिभावको का कहना है कि अब आगे अगस्त सित. को कोरोना की लहर आ रही है तो जुलाई माह में तीन महिने स्कूले अगर खोल देते तो बच्चों की कुछ पढ़ाई हो जाती लेकिन अब फिर यही चिंता सता रही है कि आने वाले अक्टूबर माह तक स्कूलें नहीं खुल सकती थी लेकिन सरकार ने ऐसी कोई रिस्क नहीं ली। कुछ बच्चे ऐसे ही जो स्कूल में पहले प्रवेश लेना चाहता थे लेकिन बंद होने के कारण पिछले दो साल से स्कूल का मुंह तक नहीं देखा है और बच्चे पिछली पढ़ाई और बंद हो गई है। जब कोई बच्चा दो साल तक पढ़ाई नहीं कि वो दो साल पीछे रह गये। अब सरकार को एक बार शालाओं को खोलनी चाहिए जिससे की उनकी पढाई हो सके। अभिभावकों को अब यही इंतजार है कि सरकार कब स्कूलें खोले जिससे की उनके बच्चों का भविष्य खराब ना हो।
अध्यापक भी चाहते है स्कूले खुले
एक सर्वे में यही सामने आया है अब अभिभावको के साथ साथ अध्यापक भी यही चाहते है कि सरकार को स्कूलों को खोल देनी चाहिए जिससे की बच्चों की पढ़ाई सूचारु रुप से चलती रही आगे फिर बोर्ड की परीक्षाएं आ रही है और बच्चे एक भी दिन स्कूल नहीं गये तो कैसे देगे परीक्षा। अगस्त माह में स्कूलों में प्रथम टेस्ट हो जाते है लेकिन अभी तक को 16 अगस्त तक बच्चों के प्रवेश प्रक्रिया चलेगी। फिलहाल सरकार को स्कूले खोलने को लेकर अब कोई फैसला लेना चाहिए।
स्कूलों को खोलने को लेकर दे अपनी राय तो हम पहुंचायेगेे सरकार तक आपकी बात


