
आखिर कब दिल पसीजेगा निजी स्कूल के संचालकों का दिल आपको स्कूल आना पड़ेगा अन्यथा नौकरी से बाहर कर दिये जायेंगे






आखिर कब दिल पसीजेगा निजी स्कूल के संचालकों का दिल
आपको स्कूल आना पड़ेगा अन्यथा नौकरी से बाहर कर दिये जायेंगे
बीकानेर(शिव भादाणी ) जिले में सूरज आग उगल रहा है पारा 50 डिग्री के आसपास जा रहा है इसमें आम आदमी का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। लेकिन इस भरी गर्मी में भी निजी स्कूलों के संचालकों का लोभ नहीं छुट रहा है। इस भरी गर्मी में स्कूल स्टाफ को सुबह सात बजे से दोपहर दो बजे तक शाला में ट्रेनिंग के नाम पर बुलाया जा रहा है। अगर कोई अध्यापक या अध्यापिका नहीं आने का बोले तो तुंरत संचालक का जबाब होता है अगर आप नहीं आये तो आपको नौकरी से निकाला दिया जायेगा। नाम पता नहीं छापने की शर्त पर एक अध्यापिका ने बताया कि स्कूल संचालक सुबह सात बजे हमें शाला में बुलाते है और कुछ काम नहीं बस पुराने काम लेकर बैठते है जो दोपहर को इस भरी गर्मी में छोड़ते है। जबकि सरकारी स्कूलों में बच्चों व अध्यापकों का भी अवकाश हो चुका है लेकिन निजी स्कूल संचालक अपनी हठधार्मिता नहीं छोड़ रहे है। वो शिक्षा विभाग के अधिकारी व जिला कलक्टर के आदेशों को भी नहीं मानते है। इस भरी गर्मी महिला अध्यापिका दो दो किलोमीटर से अपने स्वयं या किराये के साधनों से स्कूल जा रही है लेकिन स्कूल संचालकों का दिल नही ंपसीज रहा हे कि जहां 50 डिग्री तापमान में कोई बाहर नहीं निकल रहा है तो क्यों स्टाफ को बुलाये लेकिन उनको तो अपना काम करवाना है तो बुलाना जरुरी है। निजी स्कूलों पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। शहर के नामी स्कूलों के संचालक ही अपने स्टाफ को बुला रहे है जबकि दूसरी स्कूले वाले नहीं बुला रहे है। जब इस बारे में डीईओ से बात हुई तो उन्होंने कहा निजी स्कूल वाले ट्रेनिंग के लिए बुला सकते है ऐसा छोटा मोटा सब जगह चलते है।

