बीकानेर में बारात लेट पहुंची तो समाज से किया बहिष्कृत, 5 लाख का दण्ड भी सुनाया, 17 के खिलाफ मुकदमा दर्ज - Khulasa Online बीकानेर में बारात लेट पहुंची तो समाज से किया बहिष्कृत, 5 लाख का दण्ड भी सुनाया, 17 के खिलाफ मुकदमा दर्ज - Khulasa Online

बीकानेर में बारात लेट पहुंची तो समाज से किया बहिष्कृत, 5 लाख का दण्ड भी सुनाया, 17 के खिलाफ मुकदमा दर्ज

खुलासा न्यूज, बीकानेर। बारात लेट पहुंचने पर हुकमरानों द्वारा लड़की के परिवार पर भारी जुर्माना देने और फिर ऐलान करवार समाज से बहिष्कृत करने और 5 लाख का दण्ड सुनाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जी, हां यह मामला बीकानेर जिले के कोलायत थाना इलाके में स्थित झझु गांव का है।
परिवादी नवाब अली खिलजी पुत्र रमजान खां निवासी झझु ने दी रिपोर्ट में बताया कि 17 फरवरी को उसकी पुत्र गुलनाज बानो का निकाह मो. नौशाद गोरी पुत्र अब्दुल सलाम निवासी नागौर के साथ सामाजिक रिती रिवाज के अनुवार उसके घर ही संपन्न हुआ था। बारात नागौर से उसके गांव करीब एक बजे दोपहर को पहुंची थी। समाज के 30-35 व्यक्ति जो मुखिया के रूप में कार्य करते है और इनका मुख्य कार्य सामाजिक गतिविधियों में हस्तक्षेप करना है। इन मुखियाओं ने नागौर से बारात झझु लेट पहुंचने पर 11 हजार रुपए का भारी भरकम जुर्माना अदा करने का दण्ड सुनाया। यह जुर्माना नहीं देने पर उक्त लोगों ने ऐलान करवाकर उसके परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया और समाज में कोई भी कार्यक्रम में शामिल होने पर पाबंदी लगा दी। इतना ही नहीं उसके परिवार पर 5 लाख का दण्ड भी सुना दिया। इस रिपोर्ट पर पुलिस ने 17 जनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।

इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज
पुलिस ने आरोपी हाजी जमालदीन पुत्र करीम खा, बुन्दु खां पुत्र करीम खा, अनारदीन गौरी पुत्र मुमारक खा फकरदीन पुत्र उजीर खा, इलमुदीन पुत्र फकर खा, रमजान खा, पुत्र ईलाई बक्श, सलीम पुत्र शौकत अली, अनारदीन पुत्र जलाल खां, अयुब खा पुत्र जलाल खा, सफी खां पुत्र नबी बक्शा, मोहम्मद इब्राहीम पुत्र मोलाबक्श, खैरदीन पुत्र हकीम जी खिलजी चाद मोहम्मद पुत्र बरकत अली, जमालदीन पुत्र ईस्माईल खां निवासीगण देशनोक व मांगीलाल पुत्र उस्मान खां गौरी हाल बंगला नगर, बीकानेर, संजय खा फताणी पुत्र बाबू खा निवासी नोखा मण्डी व जमालदीन पुत्र बाबू खां निवासी – हिमटसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।

यह है पूरा मामला
परिवादी नवाब अली खिलजी पुत्र रमजान खां निवासी झझु ने दी रिपोर्ट में बताया कि देशनोक धड़े के मुखिया हाजी जमालदीन पुत्र करीम खा, बुन्दु खां पुत्र करीम खा, अनारदीन गौरी पुत्र मुमारक खा फकरदीन पुत्र उजीर खा, इलमुदीन पुत्र फकर खा, रमजान खा, पुत्र ईलाई बक्श, सलीम पुत्र शौकत अली, अनारदीन पुत्र जलाल खां, अयुब खा पुत्र जलाल खा, सफी खां पुत्र नबी बक्शा, मोहम्मद इब्राहीम पुत्र मोलाबक्श, खैरदीन पुत्र हकीम जी खिलजी चाद मोहम्मद पुत्र बरकत अली, जमालदीन पुत्र ईस्माईल खां निवासीगण देशनोक व मांगीलाल पुत्र उस्मान खां गौरी हाल बंगला नगर, बीकानेर, संजय खा फताणी पुत्र बाबू खा निवासी नोखा मण्डी व जमालदीन पुत्र बाबू खां निवासी – हिमटसर शामिल थे। यह कि निकाह के पश्चात् उक्त लोगों ने मेरे से 11,000/- रूपये दण्ड के रूप में मागे, मेरे द्वारा पूछने पर उक्त लोगों ने कहा कि देशनोक धडे के नियमानुसार बारात पहुंचने का समय 11.00 बजे है जबकि आपके यहा बारात 1.00 बजे पहुंची है, तब मैंने व मेरी पुत्री के ससुर अब्दुल सलाम ने उक्त लोगों को 11,000/- रूपये देने से साफ इन्कार कर दिया, तब उपरोक्त सभी ने मुझे उसी वक्त धमकी दी कि देशनोक धडे की मीटिंग बुलाकर आपको व आपके परिवार को समाज से बहिष्कृत कर देंगे। यह कि दिनांक 20.02.2022 को उपरोक्त लोगों ने देशनोक में मिटिंग की जिसमें उपरोक्त सभी ने एकराय होकर सर्व सम्मति से प्रस्ताव पासकरके मुझे व मेरे परिवार को समाज से बहिस्कृत कर दिया और समाज के साई पप्पु पुत्र हुसैन खा से रात्रि को मुझे व मेरे परिवार को समाज से बहिस्कृत करने का ऐलान करवा दिया और मुझ पर 5.00 लाख रूपये दण्ड लगाने का भी ऐलान करवा दिया और सामाजिक कार्यक्रमों में आने जाने पर पाबंदी लगा दी गई और समाज के व रिश्तेदारों का मेरे घर परिवार में आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। यह कि उक्त लोगों द्वारा मेरा व मेरे परिवार का सामाजिक बहिस्कार करने के पश्चात् उसी दिन रात्रि को मुझे सूचित करने हेतु उक्त लोगों ने मेरे पुत्रों आरीफ व अकरम के फोन पर फोन करके मेरे से बात करनी चाही और मुझे देशनोक धडे के निर्णय के बारे में बताना चाहा लेकिन रात्रि का समय होने के कारण मैं सौ चुका था इस कारण उक्त लोगों ने अपना निर्णय मेरे पुत्रों को बता दिया और उपरोक्त सभी ने मुझे व मेरे परिवार का सामाजिक बहिस्कार करने का निर्णय शोसल मिडिया पर भी वायरल कर दिया, जिससे मेरी व मेरे परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा धुमिल हो गई। यह कि कुछ दिन पूर्व मेरे रिश्ते में भाई पीर बक्श का इन्तकाल हो गया य जिसकी फातिहा दिनांक 09.03.2022 को दिन में थी। उक्त फातिहा में देशनोक धडे के उपरोक्त सभी मुखिया शामिल थे। मुझे देशनोक घडे के उपरोक्त सभी मुखियाओ ने फातिहा में शामिल होने से मना कर दिया था। इसलिये मैं फातिहा में नहीं जा सका। यह कि फातिहा के पश्चात् उपरोक्त सभी लोग एकराय होकर जबरदस्ती मेरे घर आ गये और मुझे अपने देशनोक धडे के निर्णय के बारे में बताया। तब मैंने उक्त लोगों से कहा कि आप कोई समाज के ठेकेदार नहीं हो और ना ही आपको किसी को समाज से बहिस्कार करने का अधिकार है और ना ही समाज के लोगों ने आपको अपना मुखिया चुना है 7 तब उक्त लोग अत्यधिक उग्र हो गये और मेरे साथ धक्का मुक्की करने लगे और इसी धक्का मुक्की में उक्त लोगों में से किसी ने मेरे कुर्ते की जेब में से 3450/- रूपये जबरदस्ती निकाल लिये और धमकियां दी कि तुझे त तेरे परिवार को किसी भी सामाजिक प्रोग्राम में हिस्सेदारी नहीं लेने देंगे और समाज को जो भी व्यक्ति तेरे साथ हमदर्दी करेगा उसे भी हम समाज से बहिस्कृत कर देंगे। अगर तुझे वापिस समाज में प्रवेश करना है तो देशनोक घडे को बतौर जुर्माना 5.00 लाख रूपये जमा करवाने पड़ेंगे। तब उक्त लोगों के जोर जोर धमकाने व मेरे साथ धक्का मुक्की करने से मेरे घर परिवार व आस पास के लोग व इंसाफ अली व मंसुर अली इक्कठा हो गये तो भीड़ को देखकर उक्त लोग मेरे घर से चले गये। यह कि उक्त लोगों ने समाज के लोगों को डरा धमकाकर विधि विरुद्ध सामाजिक संगठन बना रखा है जो समाज के लोगों पर अपनी दादागीरी करके उन्हें डरा धमकाकर और सामाजिक बहिस्कार की धमकी देकर अवैध वसूली कर रहे है। उक्त लोगों का कहना नहीं मानने वालों को ये सामाजिक बहिस्कार कर देते है और उन पर अनेको पाबंदिया लगा देते हैं। यह कि उक्त लोगों ने आज से पूर्व भी सामाजिक बहिस्कार करके निम्नलिखित लोगों जिसमें डॉ. सतार खां दासौडी से 4.00 लाख रूपये, भवर खा भादला से 5.00 लाख रुपये, चांद खां नोखा मण्डी से 2.25 लाख, मोहम्मद इब्राहिम बीकानेर से 2.00 लाख रूपये व मोहम्मद अली नोखा मण्डी से 51 हजार रूपये अवैध जुर्माना की वसूली करके इन्हें वापिस समाज में शामिल किया है। उक्त लोग जुर्माने से वसूल की गई राशि का स्वयं आपस में बंटवारा करके आपस में मौज मस्ती करके समाज के गरीब व असहाय लोगों को तंग परेशान व प्रताड़ित करते है। यह कि उपरोक्त सभी ने आपस में एकराय होकर व आपस में साठ गाठ करके द्वेषतापूर्ण मुझे व मेरे परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा को धुमिल करनके कपटपूर्ण आशय से व मुझे सामाजिक बहिस्कार की धमकी देकर मेरा व मेरे परिवार का सामाजिक बहिस्कार करके मुझसे 5.00 लाख रूपये की अवैध वसूली करने के उद्देश्य से मेरा व मेरे परिवार का सामाजिक बहिस्कार करके मुझ पर व मेरे परिवार पर सामाजिक प्रतिबंध लगा दिये है और मेरे द्वारा विरोध करने पर उपरोक्त सभी जबरदस्ती मेरे घर में प्रवेश करके मेरे साथ धक्का मुक्की करके व मेरे जेब से 3450/- रूपये छीनकर ले गये है और मुझे 5.00 लाख रूपये बतौर जुर्माना देने के लिये विवश कर रहे है 7 यह कि उक्त घटना का मुकदमा मैंने आज दिनांक तक सामाजिक दबाव के कारण दर्ज नहीं करवा सका था क्योंकि समाज के हसन अली, खुदा बक्श, इब्राहिम आदि ने मुझे मुकदमा दर्ज करवाने से रोका और कहा कि समाज के देशनोक धड़े वालों से हम लोग बातचीत करेंगे और उक्त लोगों ने देशनोक धड़े वालों से सम्पर्क भी किया परन्तु उक्त लोग अपनी मांग पर अड़े रहे और अपनी गलती मानने से मना कर दिया।

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