बच्चे निकले पैदल तो शिक्षा विभाग जागा, स्कूल को मिले तीन टीचर, बच्चे माने वापस गांव रवाना - Khulasa Online बच्चे निकले पैदल तो शिक्षा विभाग जागा, स्कूल को मिले तीन टीचर, बच्चे माने वापस गांव रवाना - Khulasa Online

बच्चे निकले पैदल तो शिक्षा विभाग जागा, स्कूल को मिले तीन टीचर, बच्चे माने वापस गांव रवाना

बीकानेर। बीकानेर के कालासर गांव के स्टूडेंट्स को तीस किलोमीटर पैदल चलने के बाद तीन टीचर मिल गए हैं। स्कूल में छह पद खाली चल रहे हैं, जिन पर स्थायी रूप से टीचर लगाने का आश्वासन दियागया है। इसके बाद स्टूडेंट्स ने एक बार आंदोलन को स्थगित करते हुए बीकानेर के बजाय गांव की ओर रवाना हो गए हैं। सोमवार से एक बार फिर स्कूल खुल जाएगा।इससे पहले शुक्रवार को ये स्टूडेंट्स पंद्रह किलोमीटर की यात्रा तय करके शाम को लाखूसर पहुंचे थे। यहां रातभर आराम करने के बाद सुबह बीकानेर के लिए रवाना हो गए। करीब पंद्रह किलोमीटर औरचलने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इन्हें रोक लिया। स्टूडेंट्स और उनके साथ चल रहे सरपंच व अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ चर्चा की गई। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने एपीओ निरस्त करनेके साथ ही दो सब्जेक्ट टीचर के डेपुटेशन का आदेश दिया। साथ ही जिन टीचर्स की कालासर के उच्च माध्यमिक स्कूल से वेतन उठ रहा है, उनका आदेश भी निरस्त कर दिया। अब यहां पद स्पष्ट रूप सेरिक्त ही नजर आएगा। टीचर्स की आधी डिमांड पूरी होने के बाद स्टूडेंट्स वापस गांव जाने के लिए तैयार हो गए। वार्ता के दौरान खाजूवाला के पूर्व विधायक डॉ. विश्वनाथ, सरपंच एसोसिएशन के अध्यक्षतोलाराम कूकणा, कालासर सरपंच पूनम देवी गोदारा, सरपंच पति रामलक्ष्मण गोदारा आदि भी उपस्थित रहे। डॉ. मेघवाल ने इस मामले में जिला कलक्टर से वार्ता भी की।जिले में अनेक स्कूलबीकानेर में ग्रामीण क्षेत्रों के अनेक स्कूलों में ऐसे ही हालात चल रहे हैं। तबादलों के बाद स्थिति और ज्यादा खराब हुई है। बड़ी संख्या में लेक्चरर और सब्जेक्ट टीचर्स ने अपना ट्रांसफर या तो शहर में करवा लिया, या फिर दूसरे जिले में चले गए।

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