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ये कैसा सख्त लॉकडाउन,पहले जैसा सब कुछ,उम्मीदों पर फिरता पानी

नगर निगम के कार्मिक कर रहे मनमानी
खुलासा न्यूज,बीकानेर। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए गहलोत सरकार ने प्रदेश भर में 10 मई सुबह 5 बजे से 24 मई तक सख्त लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। नए लॉकडाउन में शादी समारोहों पर रोक लगा दी है। शादी हो सकती है लेकिन केवल 11 लोग ही मौजूद रह सकेंगे। निजी वाहनों की तरह अब बसों सहित पब्लिक ट्रांसपोर्ट के सभी साधनों पर रोक लगा दी है। जिलों में आपातक ालीन हालात को छोड़ आवाजाही पर रोक रहेगी। मनरेगा के काम बंद रहेंगे। नए लॉकडाउन में इन चार प्रावधानों के अलावा बाकी के प्रावधान 30 अप्रैल की गाइडलाइन वाले ही लागू रहेंगे।सोमवार 10 मई क ो सुबह 5 बजे से लॉकडाउन के नए प्रावधान लागू होंगे। इसमें पहले से चल रही पाबंदियों को और कड़ा किया है। निजी और रोडवेज बसों को भी बंद किया जाएगा। एक जिले से दूसरे जिले में आवागमन ब ंद किया जाएगा। अब आमजन में यह चर्चा जोर करने लगी है कि ये कैसा लॉकडाउन है। जिसमें महज दिखावें की पाबंदियां है।
आमजन ने दी यह राय
शिक्षिका चारूलता का कहना है कि यह किस प्रकार का लॉकडाउन है। होना तो यह चाहिए था कि सम्पूर्ण लॉकडाउन लगाया जाना चाहिए। इसमें किराना व फल सब्जी की दुकानों को सप्ताह में दो दिन में खोला जाना चाहिए। ताकि इन दुकानों पर उमड़ रही भीड़ पर रोक लग सके। दुकानदार विजय रांका ने कहा कि यह महज दिखावें का लॉकडाउन है। इससे कोरोना पर नियंत्रण कर पाना संभव ही नहीं। गृहणी कृष्णा जोशी का कहना है कि किराणा,फल सब्जी की दुकानों पर लगी भीड़ से क्या कोरोना नहीं फैल रहा। जबकि शादी-विवाह में पचास जने इक्कठे होने से कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है। सरकार धरातल स्थितियों को ध्यान में रखकर निर्णय लें। ऐसे निर्णय आमजन के हितकारी नहीं है। गृहणी प्रेरणा व्यास का कहना है कि मेरे सुझाव में सरकार को पूर्णतया ही लॉकडाउन लगा देना चाहिए।
सिस्टम पर उठते सवाल,बड़े को माफी,छोटों पर मार
आमजन तो अब सिस्टम पर ही सवाल उठाने लगे है। लोगों का कहना है कि निगम के अधिकारी व कार्मिक छोटे छोटे दुकानदारों पर सीज की कार्यवाही कर अपनी धौंस जमा रहे है। जबकि बड़े दुकानदारों का बक्शा जा रहा है। उन पर तो कार्यवाही उच्चाधिकारी भले ही कर रहे हो और वे भी बड़े प्रतिष्ठान अगले ही दिन उसी तरह माल बेचते नजर आ रहे है। जानकारी मिली है कि नगर निगम के कार्मिक,जिन्हें अधिकारी की शक्तियां मिली हुई है। वे उसका गलत लाभ उठाकर छुटभैये दुकानदारों को परेशान कर रहे है। ऐसे कार्मिकों का खुलासा जल्द खुलासा करेगा।
वीकेंड पर दूध, मेडिकल और फल सब्जी को छोड़ सब कुछ बंद रहेगा
वीकेंड पर दूध, मेडिकल और फल सब्जी को छोड़ सब कुछ बंद रहेगा। 17 मई तक आवश्यक सेवाओं को छोड़ सभी सरकारी दफ्तर, बाजार और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। सरकार को रेवेन्यू देने वाले विभाग खुले रहेंगे। शराब की दुकानें पहले की तरह सोमवार से शुक्रवार को सुबह 6 से 11 बजे तक खुली रहेंगी। फैक्ट्रीज में उत्पादन जारी रहेगा। खाद्य पदार्थों से जुड़ी दुकानें, किराना और आटा चक्की सोमवार से शुक्रवार पहले की तरह सुबह 6 से 11 बजे तक खोलने की अनुमति होगी। फल सब्जी के ठेलों को सुबह 6 से शाम 5 बजे तक अनुमति रहेगी। मंडियां, फल सब्जी की दुकानें सुबह 6 से 11 बजे तक सातों दिन खुलेंगी। डेयरी और दूध की दुकानें सुबह 6 से 11 और शाम 5 से 7 बजे तक खोलने की अनुमति होगी।
आपातकालीन सेवाओं को छोड़ सब बंद रहेगा
लॉकडाउन के दौरान बस,टैक्सी,बंद रहेंगी। मेडिकल, आपातकालीन सेवाओं को छोड़ सभी सरकारी दफ्तर पहले की तरह ही बंद रहेंगे। बाजार बंद रहेंगे। नई गाइडलाइन में पहले से चल रही पाबंदियों को जारी रखते हुए पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर पाबंदी लगाई गई है। 17 मई तक के लिए पहले जारी प्रतिबंधों को जारी रखा गया है।
आम जरूरत की चीजें मिलती रहेंगी
लॉकडाउन में पहले की तरह ही फल, सब्जी, दूध, किराणा जैसे आम जरूरत की चीजें मिलती रहेंगी। उनके खुलने और बंद रहने का समय पहले वाला ही रहेगा। फल सब्जी के ठेले सुबह 6 से शाम 5 बजे तक सामान बेच सकेंगे। किराना और खाद्य सामग्री से जुड़ी दुकानें सुबह 6 से 11 बजे तक खुलेंगी। सभी प्रकार के खाद्य पदार्थ, किराने का सामान, आटा चक्की, पशुओं के चारे से संबंधित थोक और खुदरा दुकानें सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 6 से 11 बजे तक ही खुल सकेंगी। किसानों की जरूरत की चीजों, खाद बीज की दुकानें, कृषि उपकरणों की दुकानें सोमवार से गुरुवार सुबह 6 से 11 बजे खुल सकेंगी।
मंडियां, फल, सब्जियां, फूल-मालाओं की दुकानें हर दिन सुबह 6 से 11 बजे तक खुल सकेंगी। फल सब्जी के ठेले, साइकिल, रिक्शा, ऑटो रिक्शा और मोबाइल वैन को सुबह 6 से शाम 5 बजे तक अनुमति दी है। डेयरी और दूध की दुकानों को सुबह 6 से 11 और शाम 5 से शाम 7 बजे तक खोलने की अनुमति होगी। सरकारी राशन की दुकानें बिना किसी अवकाश के खुली रहेंगी। मेडिकल स्टोर, मेडिकल उपकरणों की दुकानें खुली रहेंगी
निजी और सार्वजनिक परिवहन के साधन बंद रहेंगे
मेडिकल सेवाओं के अलावा सभी तरह के निजी और सार्वजनिक परिवहन के साधन— बस, जीप आदि पूरी तरह बंद रहेंगे। बारात के के लिए बस, ऑटो, टेम्पो, ट्रैक्टर, जीप आदि की अनुमति नहीं होगी।
मेडिकल-आपातकालीन सेवाओं और परमिटेड कैटेगरी के अलावा आवागमन बंद
मेडिकल, इमरजेंसी सेवाओं और परमिटेड कैटैगरी को छोड़कर एक जिले से दूसरे जिले, एक शहर से दूसरे शहर, शहर से गांव, गांव से शहर और एक गांव से दूसरे गांव में सभी प्रकार के आवागमन पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी। पूरे प्रदेश में जीरो मॉबिलिटी का प्रयास होगा।
ट्रक और माल परिवहन की अनुमति होगी
अंतर्राज्यीय और राज्य के भीतर माल का परिवहन करने वाले भारी वाहनों का आवागमन, माल की लोडिंग और अनलोडिंग के काम और इसमें लगे कर्मचारियों को अनुमति होगी।
फैक्ट्रियां चालू रहेंगी
श्रमिकों के पलायन को रोकने के लिए उद्योगों आसैर निर्माण से संबंधित सभी यूनिट्स में काम करने की अनुमति होगी। मजदूरों को आई कार्ड जारी करने होंगे।
उद्योगों में कर्मचारियों को लाने ले जाने के लिए बस की अनुमति, पास जारी होंगे
उद्योगों में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स में मजदूरों को लाने ले जाने के लिए विशेष बसों को चलाने की अनुमति होगी। मजदूरों के पास जारी होंगे। इन संस्थानों को मजदूरों के पास के लिए अधिकृत व्यक्ति के हस्ताक्षर और विवरण,विशेष बस के नम्बर, ड्राइवर नाम जिला कलेक्टर ऑफिस में देने होंगे।
इन्हें अनुमति
प्रोसेस्ड फूड, मिठाई, बेकरी और रेस्टोरेंट को खोलने की अनुमति नहीं होगी, लेकिन होम डिलीवरी की सुविधा रात 8 बजे तक दी जा सकेगी। सभी अस्पताल, वैटरनरी अस्पताल, इनसे जुड़े कर्मचारी, लैब क ो अनुमति होगी। इनसे जुड़े कर्मचारियों को आई कार्ड दिखाने के बाद अनुमति दी जाएगी। राज्य के बाहर से आने वालों को 72 घंटे पहले करवाई गई क्रञ्ज-क्कष्टक्र निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी।
ट्रकों और दूसरे सामान ढोने वाले वाहनों और उनमें लगे कर्मचारियों को अनुमति होगी। वैक्सीनेशन के लिए लोगों को आने जाने की अनुमति होगी। पहले से तय प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र दिखाने पर आने जाने की अनुमति होगी। अंतिम संस्कार में पहले की तरह 20 लोगों को शामिल होने की अनुमति होगी।
सेवाएं, जिन्हें होगी अनुमति
दूरसंचार, ढ्ढञ्ज, कुरियर सेवा, डाक सेवा, ई मित्र, आधार केंद्र, प्रसारण और कैब सेवाओं के अलावा ढ्ढञ्ज आधारित सेवाएं जारी रहेंगी। बैंक, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट, हृक्चस्नष्ट ग्राहकों के लिए दोपहर बाद 2 बजे तक खुलेंगे। सुबह 4 से 8 बजे तक अखबार बांटने की अनुमति होगी। मीडिया कर्मियों को ढ्ढष्ठ कार्ड दिखाने पर आने जाने की अनुमति होगी।
निजी वाहन 7 से 12 तक ही फ्यूल लें सकेंगे
पेट्रोल पंप खुले रहेंगे, लेकिन निजी वाहन सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक ही डीजल-पेट्रोल या गैस भरवा सकेंगे। रुक्कत्र सिलेंडर बांटने की सुबह 6 से शाम 5 बजे तक अनुमति होगी।
ये सरकारी दफ्तर खुले रहेंगे
जिला प्रशासन, पुलिस, गृह विभाग, वित्त विभाग, मेडिकल, आपदा प्रबंधन, कोविड मैनेजमेंट से जुडे दफ्तर, शहरी निकायों के दफ्तर, फायर, बिजली, पानी, टेलीकॉम से जुड़े दफ्तर 4 बजे तक खुल सकेंगे। केंद्र सरकार की जरूरी सेवाओं से जुड़े दफ्तर भी खुले रहेंगे।इसके अलावा भी गृह विभाग की अनुमति से राज्य स्तर पर और जिले में कलेक्टर की अनुमति से अन्य दफ्तर खोले जा सकेंगे।

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