
ये कैसी कबीर यात्रा जिसका खर्चा दूसरे के जिम्मे, लेकिन खुद कर रहे कमाई





ये कैसी कबीर यात्रा जिसका खर्चा दूसरे के जिम्मे, लेकिन खुद कर रहे कमाई
खुलासा न्यूज़, बीकानेर। मलंग फोक फाउंडेशन, लोकायन संस्थान, जिला प्रशासन बीकानेर, बीकानेर विकास प्राधिकरण और नगर निगम बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में इस बार कबीर यात्रा 1 अक्टूबर को बीकानेर से शुरू होगी। यात्रा के तहत 5 अक्टूबर तक आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में कबीर भजन और सूफी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसमे देश के 100 से भी ज्यादा ख्यातनाम कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से समां बांधेंगे। अलग- अलग जगहों पर आयोजित होने वाली इस यात्रा से जुड़ने के लिए सबसे पहले आपको रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। कबीर यात्रा की ओफिसिअल वेबसाइट के टर्म एंड कंडीसन के अनुसार 15 हजार रुपए योगदान राशि जमा करवानी होगी।
इसमें लिखा है … योगदान: पांच दिनों के लिए योगदान 15,000 रुपये प्रति व्यक्ति है (वापसी योग्य नहीं, लेकिन हस्तांतरणीय)। ये जमा होने के बाद आपका आवेदन हो सकेगा। हालांकि इसमें आवास, भोजन, यात्रा (बसों द्वारा) आपातकालीन चिकित्सा सहायता और प्राथमिक उपचार आदि भी उपलब्ध करवाया जाएगा। लेकिन सवाल ये उठता है की जब आप 15 हजार रुपए ले रहे हो तो फिर इसके लिए स्पॉन्सर की क्या आवश्यकता है। जबकि इसके लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी अब बंद हो गई है। ऐसे में ये बात तो स्पष्ट है की इस यात्रा के लिए जितने लोगों की व्यवस्था करनी थी वो अब पूरी हो गई है।
सूत्रों के अनुसार इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से हर दिन अलग-अलग लोगों को व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है। इसमें नाश्ते, खाने, पानी, यात्रा सहित कई तरह की जिम्मेदारी के लिए कहा गया है। ऐसे में जब रजिस्ट्रेशन शुल्क ही आमजन से ले लिया तो फिर स्पॉन्सर की क्या आवश्यकता है। कही ये सिर्फ और सिर्फ कमाई का तो जरिया नहीं है ?

