
ऐसा क्या हो गया कि शहर नथानियाँ गोचर में उमड़ पड़ा जनसमूह






खुलासा न्यूज बीकानेर। अपने बातों एवं विचारों से हमेशा लोकतांत्रिक व्यवस्था की ख़ामियों पर सवाल खड़ा करने वाले एवं सामाजिक नेतृत्व के पक्षधर रहने वाले जननेता एवं पूर्व सिंचाई मंत्री देवीसिंह भाटी ने आज फिर अपनी बात का लोहा मनवाया, मौका था सरह नथानियाँ गोचर में हजारों हजार पौधे लगाना और गोचर हेतु लोगों में जनचेतना का संचार करना।
पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी ने उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि समाज की ताकत बड़ी ताकत होती है आज फिर यह साबित हो गया है, आपस में सहयोग की भावना से समाज की प्रगति हरहाल में होगी, हमारे संस्कार रहे हैं गाय एवं धर्म की रक्षा करने के लिए प्राणों की आहुति तक दे देना, भाटी ने कार्यक्रम में आए प्रत्येक व्यक्ति को पौधा लगाना और उसको सार सम्भाल करते रहने के निर्देश दिए।
पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी के मुताबिक गोचर में पर्यावरणीय विकास, मरुस्थलीय वनस्पति विकास, चारागाह विकास, तलाई निर्माण सहित हजारों हजार पेड़, पौधे लगाना प्रस्तावित है साथ ही गायें, विभिन्न पशु पक्षी, वन्यजीव खुले विचरण करेंगे इसके साथ ही एक प्राकृतिक ऑक्सीजन पार्क भी डवलप हो जाएगा जिससे इस पूरे बीकानेर शहर को प्राणवायु मिलेगी और यह सरह नथानियाँ शहर के फेंफड़ो का काम करेगी।
भाटी ने आगे कहा कि इस तथाकथित लोकतांत्रिक व्यवस्था से लोग अब निराश हताश हो चले हैं, मुझे पूरे भारत में एक कुर्सी बता दो जहां जाने पर समस्या हल हो जाए, न्यायालयों में लाखों की तादाद में मामले पेंडिंग है सालों से लोगों को न्याय नहीं मिला है।
समय आ गया है सबको चेत जाना चाहिए समाज को अब बागडोर अपने हाथों में जिम्मेदारी के साथ लेनी होगी, हमारे पुरखों ने सामाजिक तानेबाने से ही बड़े से बड़े मसले एक जाजम पर निपटाए है, मजाल है कोई अपराध हो जाए, किसी कमजोर का उत्पीडऩ हो यह सब सम्भव है सबको एक होना होगा।
भाटी के आह्वान पर मौके पर खेजड़ी सहित विभिन्न प्रकार के करीब 7100 पौधे कारसेवकों द्वारा रोपे गए साथ ही मौके पर ही लाखों राशि गोचर विकास हेतु एकत्रित हो गई।
पूर्व संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि भाटी अपनी बेबाक शैली और बात के धनी के तौर पर जाने जाते हैं, इतनी बड़ी मुहिम शुरू करना और उसको परवान चढ़ाना यह इनके बुते की बात है, गायों हेतु भाटी के अभूतपूर्व योगदान की चहुंओर चर्चा है।
पूर्व यूआईटी चेयरमैन महावीर रांका ने बताया कि सामाजिक क्षेत्र में देवीसिंह भाटी द्वारा समय समय पर किये जाने वाले क्रियाकलापों से प्रेरणा मिलती है गोचर विकास का यह पुनीत कार्य पूरे राज्य हेतु चर्चा का विषय है, राजस्थान भर में अब गोचर बचाने के लिए लोग आगे आ रहे हैं, यह सब भाटी की अगुवाई में ही सम्भव है।
रामकिशन आचार्य, अंशुमानसिंह भाटी, क्षत्रिय महासभा सम्भागीय अध्यक्ष करणप्रतापसिंह सिसोदिया, राजेन्द्रसिंह किलचु, मोहनसिंह नाल, बृजरत्न किराड़ू, देविकिशन चांडक, पूर्व प्रधान जयवीरसिंह हाड़ला, हाजी कायम खा बलोच, शिवराज बिश्नोई, कन्हैया लाल सारस्वत, रामप्रताप खीचड़, नेमाराम पलसानिया, जेठूसिंह किलचु, सुर्जनसिंह, विजय उपाध्याय, राव रघुवीरसिंह भाटी, खींवसिंह बरसलपुर, मंगेजसिंह भाटी, जयसिंह भाटी, बृजमोहन सिंह पडि़हार, गोपीसिंह खारा, एसपी पुरोहित, राकेश रतन, रणबीरसिंह नोखड़ा, समुन्द्रसिंह गोगडिय़ावाला, मदनसिंह भलुरी, करणाराम कुम्हार, जेठाराम गजनेर, सांगसिंह भाटी, जालमसिंह भाटी मरुधर, जितेन्द्रसिंह शेखावत, गोवर्धन सिंह लोहारकी, बजरंगसिंह बागड़सर, विजयसिंह खारा, जेठूसिंह डुंगरास, डूंगरसिंह नयागांव, प्रभुदयाल डूडी, दलीपसिंह नाल सहित कई लोग मुख्य भूमिका में रहे, मुहिम में जिलेभर से बीकानेर शहर, लूनकरनसर, खाजूवाला, श्रीडूंगरगढ़, नोखा, कोलायत के गौ प्रेमी पर्यावरण प्रेमी पहुंचे इसके साथ ही अन्य जिलों से भी लोग अपने अपने साधनों से सरह नथानियाँ पहुँचे। युवा नेता अंशुमानसिंह भाटी ने अभी आंगतुकों का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
आर्थिक अंशदान करने वालों में अशोक गहलोत, सुजानसिंह सोढ़ा, डुक्सा हाड़ला, क्षत्रिय महासभा बीकानेर, नेमुसिंह इंदा, हुकुमसिंह इंदा, मेघाराम मकोड़ी, डॉ. अच्युत त्रिवेदी, मानसिंह बीका बिंझरवाली, राव रघुवीरसिंह भाटी, अनोपसिंह झाला, रामसिंह गुड़ा, शेरसिंह फौजी, भंवरसिंह झझु, हनुमन्त दान चारण, रमेश उपाध्याय देशनोक, आज्ञा महाराज, मेघराज ओझा, गिरिराजसिंह एडवोकेट सहित सैंकड़ो लोग शामिल हुए जिसमें करीब साढ़े चौदह लाख रुपए धन संग्रह हुआ गोचर विकास हेतु।


