बीकानेर से खबर / अचानक ऐसा क्या हो गया कि कलक्टर का चढ गया पारा - Khulasa Online बीकानेर से खबर / अचानक ऐसा क्या हो गया कि कलक्टर का चढ गया पारा - Khulasa Online

बीकानेर से खबर / अचानक ऐसा क्या हो गया कि कलक्टर का चढ गया पारा

बीकानेर। सम्पर्क पोर्टल पर प्रकरणों का समयबद्ध व गुणवत्तापरक निस्तारण नहीं होने पर जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने ब्लाक व जिला स्तरीय अधिकारियों के कार्य के प्रति असंतोष प्रकट किया और अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पर्क पोर्टल के निस्तारित प्रकरणों की समीक्षा की और भविष्य में प्रकरणों के गुणवत्ता के साथ टाइमलाइन में निस्तारित करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि सरकार ने आमजन की समस्याओं के समाधान के लिए संपर्क पोर्टल के साथ साथ त्रि स्तरीय जनसुनवाई व्यवस्था प्रारंभ की है। निस्तारण में प्रस्तुत जवाब से सरकार और प्रशासन की छवि का निर्माण होता है, इसकी गंभीरता को समझें और सम्पर्क पर एक एक प्रकरण को अधिकारी व्यक्तिगत रूप से देखें।
जिला कलक्टर ने कहा कि गत कुछ समय में संपर्क पोर्टल के प्रकरणों के निस्तारण के संबंध में जिला स्तरीय अधिकारियों की परफॉर्मेंस खराब हुई है, बार बार हिदायत के बावजूद लेवल 2 से लेवल 3 पर 77 प्रकरण एस्केलेट हुए हैं। यह अस्वीकार्य है। उन्होंने लापरवाही बरतने पर लेवल 2 के अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को कहा।
जिला कलक्टर ने 60 दिन से पुराने 20 प्रकरण लंबित होने पर ईओ डूंगरगढ़ को भी चार्जशीट जारी करने के निर्देश दिए। विभागवार समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि निगम, जेवीवीएनएल, पीडब्ल्यूडी, आरयूआईडीपी, वन विभाग द्वारा स्पष्ट रूप से उदासीनता का परिचय दिया गया है। सभी अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा जाए।
जिला कलक्टर ने कहा कि सभी अधिकारी नियमित रूप से खुद अपना आई डी लाग इन करें और एक एक प्रकरण की अपने स्तर पर समीक्षा करें। विभागीय समीक्षा बैठक के साथ संपर्क प्रकरणों का रिव्यू करें और बैठक के मिनट्स कलक्टर कार्यालय को भिजवाया जाना सुनिश्चित करें।जिला कलक्टर ने कहा कि ब्लाक स्तर पर एसडीएम और तहसीलदार भी स्वयं व्यक्तिगत रूप से समस्त परिवेदनाओं को देखेंगे और समयबद्ध निस्तारण करवाएंगे।
*राहत प्रतिशत और संतुष्टि में भी कमी*
जिला कलक्टर ने प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कहा कि कई विभागों में राहत प्रतिशत में कमी आई है, साथ ही दी गई राहत से लोगों में संतुष्टि प्रतिशत भी कम हुआ है। उन्होंने सभी एसडीएम को दस- दस प्रकरणों के निस्तारण का क्रॉस वैरिफिकेशन करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने विभिन्न विभागों में निस्तारित प्रकरणों में दिए गए जवाब की भी रेंडम जांच की। बैठक में जिला परिषद की सीईओ नित्या के, नगर निगम आयुक्त गोपाल राम बिरदा, लोक सेवाएं सहायक निदेशक सवीना विश्नोई, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग शारदा चौधरी, सीएमएचओ डॉ मोहम्मद अबरार पंवार , पीएचईडी अधीक्षण अभियंता राजेश पुरोहित सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारी और सभी उपखंड अधिकारी व तहसीलदार वीसी के माध्यम से जुड़े।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26