
खाजूवाला में ऐसा क्या हो गया कि एक साथ साठ लोगों ने सिर मुंडवा लिया






बीकानेर। खाजूवाला और छत्तरगढ़ को बीकानेर से हटाकर अनूपगढ़ में शामिल करने के विरोध के चलते शुक्रवार को खाजूवाला में आन्दोलनकरियों ने अनूठा विरोध प्रदर्शन किया। यहां एक दो नहीं बल्कि 60 से ज्यादा लोगों ने सिर मुंडवा लिया। खाजूवाला के उपखंड कार्यालय के पास चल रहे धरने पर सुबह विरोध करने पहुंचे। इस दौरान अनूठा विरोध करने का निर्णय हुआ तो लोगों ने सिर मुंडवाने का निर्णय किया। एक के बाद एक 60 से ज्यादा लोगों ने अपना सिर मुंडवा लिया। आंदोलनकारी पुरूषोतम सारस्वत ने बताया कि अगर सरकार ने समय रहते खाजूवाला को बीकानेर में शामिल नहीं किया तो ऐसे ही सरकार का ध्यान खींचा जाएगा। एक साथ बड़ी संख्या में मूंडन के कारण अब धरना स्थल पर अधिकांश लोगों के सिर पर बाल नजर नहीं आ रहे। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि अगर समय रहते सही निर्णय नहीं किया गया तो धरना स्थल के बाहर कस्बे में भी हर जगह ऐसे ही विरोध किया जाएगा।
28 जने भूख हड़ताल परविरोध करते हुए क्षेत्र के लोग अनशन पर बैठ रहे हैं। पहले जहां 11 लोग अनशन पर बैठे थे, वहीं अब ये संख्या बढक़र 28 हो गई है। शुक्रवार को ही 17 और आंदोलनकारी अनशन पर बैठ गए हैं। पिछले बारह दिन से चल रहे इस आंदोलन के बाद क्षेत्र के विधायक और केबिनेट मंत्री गोविन्दराम मेघवाल मुख्यमंत्री से मुलाकात कर रहे हैं। रामलुभाया कमेटी को भी स्थिति से अवगत कराया गया है, जिसकी सिफारिश पर ही जिलों का बंटवारा किया गया।
निर्णय की स्थिति नहींदरअसल, क्षेत्र के लोग इसलिए आक्रोशित है कि प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात के बाद भी सरकार के स्तर पर निर्णय नहीं हो रहा है। रामलुभाया कमेटी ने जयपुर में उचित निर्णय का आश्वासन दिया लेकिन परिणाम नहीं निकला। क्षेत्र के विधायक गोविन्दराम मेघवाल ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की लेकिन कोई आदेश जारी नहीं हुआ।


