मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने ऐसा क्या बोल दिया कि राजनीति गलियारों में मच गई हलचल

मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने ऐसा क्या बोल दिया कि राजनीति गलियारों में मच गई हलचल

जयपुर। चुनाव पास आते-आते बीजेपी में भी गुटबाजी की हलचल होने लगी है। केंद्रीय संसदीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने झुंझुनूं में हुई क्चछ्वक्क कार्यसमिति में नेताओं से कहा- ‘डूबता हुआ सूरज’ देखना बंद करो। क्योंकि सनसेट पॉइंट अंग्रेजों के बनाए हुए हैं। उगते हुए सूरज सतीश पूनिया के नेतृत्व में देखना शुरू करो। उगते सूरज को जल चढ़ाओ। मेघवाल का समर्थन करते हुए जयपुर में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा- सतीश पूनिया तो हमारी पार्टी में पूर्ण सूरज हैं। वो हमारे अध्यक्ष हैं और उनका नेतृत्व चल रहा है। राठौड़ ने ये भी कहा कि सरकार को विपक्ष से ज्यादा तो सरकार में बैठे मंत्री ललकार रहे हैं।
दूसरी तरफ राजस्थान बीजेपी विधायक दल के नेता गुलाबचंद कटारिया ने सरदारशहर (चूरू) में कहा- हम किसी नेता के नौकर नहीं हैं। ठीक तरह से नेता भी अपने आप को समझ लें।
शेखावाटी के जिलों झुंझुनूं और चूरू में दिए गए मेघवाल और कटारिया के भाषण और जयपुर में राजेंद्र राठौड़ के बयान से गुटबाजी अब खुलकर सामने आने लगी है। 13 नवंबर को बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति में खुले मंच से अर्जुनराम मेघवाल ने भाषण में कहा- हम माउंट आबू जाएंगे तो क्या है? एक पॉइंट है सनसेट देखने का। ये सनसेट देखना बंद करो भाईसाहब। उगते हुए सूरज को सतीश पूनिया के नेतृत्व में देखना शुरू करो।
हमारे यहां उगते सूरज को ही जल देते हैं,इसलिए सब पूनिया के साथ चलें
इससे पहले मेघवाल ने कहा- बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया उगते सूरज हैं। हमारे यहां उगते सूरज को ही जल देते हैं। इसलिए हम सब पूनिया के साथ चलें। सनसेट पॉइंट तो अंग्रेजों के बनाए हुए हैं। हमारे यहां केवल सूर्य उदय का ही विधान है। इसलिए सब पूनिया के साथ आकर चलें। मेघवाल ने जब यह बात कही उस वक्त प्रदेश बीजेपी के सभी प्रमुख नेता सभागार में मौजूद थे, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह मौजूद नहीं थे।
डूबते सूरज और सनसेट पॉइंट का मतलब भी समझ गए नेता
केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने इस बयान ने पूरी पार्टी में हलचल मचाकर रख दी है। मेघवाल केंद्रीय बीजेपी हाईकमान के नजदीकी माने जाते हैं। क्करू मोदी से लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से उनके निकट और अच्छे पॉलिटिकल संबंध हैं। इसलिए माना जा रहा है उन्होंने उगते सूरजऔर डूबते सूरज शब्दों का इस्तेमाल कर बीजेपी का पूरा सियासी नैरेटिव बदलने की मुहीम शुरू कर दी है। उन्होंने पूनिया को तो उगता सूरज बताया, लेकिन डूबते सूरज का बिना नाम लिए बेहद चतुराई से सियासी मैसेज भी दे दिया है। उनका ये बयान ष्टरू फेस को लेकर बीजेपी में चल रही खींचतान की तरफ इशारा माना जा रहा है। बीजेपी में अर्जुनराम मेघवाल और सतीश पूनिया एक ही गुट के माने जाते हैं।

Join Whatsapp
खबरें और विज्ञापन के लिए इस नंबर पर व्हाट्सएप करें- 76659 80000 |खबरें और विज्ञापन के लिए इस नंबर पर व्हाट्सएप करें- 76659 80000 |