
अंतिम सांस तक नशे के विरुद्ध लड़ेंगेडॉ. कच्छावा की एक सोच ने कई घर उजडऩे से बच गये,






अंतिम सांस तक नशे के विरुद्ध लड़ेंगे
डॉ. कच्छावा की एक सोच ने कई घर उजडऩे से बच गये
बीकानेर। बीकानेर छोटी काशी के नाम से प्रसिद्ध है लेकिन पिछले कुछ सालों से इस छोटी काशी को किसी की नजर लग गई है। शहर का युवा वर्ग एक खतरनाक नशे की लत में पड़ गया है जिससे कई उजड गये है। प्रशासन व सामाजिक संस्थाओं ने कई कार्यक्रम किये इस नशे से युवा वर्ग को दूर करने के लिए। इसी क्रम में एक युवा डॉक्टर ने इस बीडा को उठाया और अकेला ही चला पड़ा शहर को नशा मुक्त करने के लिए लेकिन धीरे धीरे लोग इससे जोड़ते गये। शहर के मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. कन्हैया कच्छावा जो मानसिक रोग से पीडि़त मरीजों को अपनी मुस्कान से ठीक कर देते है। उन्होंने अपने शहर के लिए कुछ करने की सोची और नशा मुक्त बीकानेर अभियान शुरु कर बीकानेर के शहर व उसके आस पास इलाके व ग्रामीण इलाकों मे जाकर नागरिक को जागरुक कर रहे है मौहल्लों में नुक्कड़ सभाएं करके युवा व बुजुर्गों को बता रहे है कि अपने बच्चों का विशेष ध्यान रखे कही वो नशे की लत में नहीं पड़ जाये। कच्छावा ने सुजानदेसर, गंगाशहर, उदयरामसर सहित कई इलाको में अभियान चलाया है। कच्छावा ने बताया कि आगामी 5 अप्रैल को विशाल नशा मुक्ति जनजागृति कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। जिसमें डॉ. कच्छावा की पूरी टीम गीगासर जाकर घर घर जनसंपर्क कर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया है। कच्छावा का एक ही संकल्प है अंतिम सांस तक नशे के विरुद्ध लड़ेंगे।


