
वाह रे निगम:करोड़ों का लेन-देन फिर भी मानवीय भूल






खुलासा न्यूज,बीकानेर। इसे निजीकरण की ओर कदम मानें या होशियारी की परिकाष्ठा। जिसके चलते करोड़ों का रूपये का लेनदेन करने के बाद भी इसे मानवीय भूल बताकर मामले को रफा दफा करने का प्रयास किया जा रहा है। हम बात कर रहे है नगर निगम की ओर से श्रीडूंगरगढ़ के एक निजी बैंक में नगर निगम द्वारा बैंक खाता खोलने की। जानकारी मिली है कि नवम्बर 2020 में श्रीडूंगरगढ़ स्थित एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक की स्टेशन रोड शाखा में खुले इस खाते में करीब 9 करोड जमा होकर सात करोड से ज्यादा का चैक से भुगतान भी हो चुका है। एक समाचार पत्र में खबर छपने के बाद निगम में खलबली से मच गई और अपनी इस करतूत को छिपाने के लिये जिम्मेदार इस मानवीय भूल बताकर गर्म हुए इस मामले पर ठंडे छींटे डालने के प्रयास किये जा रहे है। नियमों के विपरित खुले इस खाते को लेकर अब निगम के जिम्मेदारों पर सवाल खड़े होने लगे है। वहीं निगम के गलियारों में यह चर्चाएं भी जोरों पर है कि आखिर श्रीडूंगरगढ़ में ही यह खाता क्यों खोला गया। सूत्र बताते है कि इसके पीछे बड़ा कारण महापौर के निजी का हित साधना बताया जा रहा है।
सरकार दे रही आमजन को संदेश,जिम्मेदार ही उड़ा रहे धज्जियां
एक ओर तो केन्द्र व राज्य सरकार दिनों बढ़ रहे फ्रॉड के मामलों को लेकर आमजन को राष्ट्रीयकृत बैंकों में ही खाता खुलावाने के संदेश दे रही है। वहीं दूसरी ओर निगम के जिम्मेदार ही सरकार के ऐसे प्रयासों को पलीता लगाते नजर आ रहे है। नगर निगम के कुछ ही दूरी पर शहर की सबसे बड़ी राष्ट्रीयकृत बैंक को छोड़कर निजी बैंक की शरण में जाना निगम को संदेह के घेरे में खड़ा करता है। पहले ही अनेक मामलों में विवादों पर रहा निगम एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर आ गया।


