
दिल्ली के शातिर ठग ने बीकानेर के 50 जौहरियों को बनाया अपना शिकार,






खुलासा न्यूज बीकानेर। ज्यादा मुनाफे के लालच में बीकानेर के 40 से 50 जौहरियों को करोड़ों रुपये जेवरात की चपत लगी है। एक शातिर ठग ने ऐसा कारानाम करके फरार है और आज तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है शातिर ठग। उसके खिलाफ मुकदमें दर्ज होने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया लेकिन माल बरामद नहीं हुआ है। ठग तो जमानत पर जेल से बाहर आकर खुलेआम घूम रहा है और उसका शिकार बने ज्यादातर जौहरी गैरकानूनी तरीके से व्यापार करने के कारण बोल भी नहीं पा रहे हैं। दिल्ली में मयूर विहार कॉलोनी के पंजाबी सौदागर अपार्टमेंट निवासी मोहम्मद राशिद ने दो साल पहले दलालों के जरिये बीकानेर के जौहरियों का विश्वास जीता। शुरू में 6 माह तक उनसे जेवरात खरीदे और समय पर भुगतान किया। फिर प्लानिंग के मुताबिक रानीबाजार पट्टीपेड़ा निवासी सगे भाई माजिद-साजिद के जरिये दिल्ली में ज्वैलरी की प्रदशर्नी का प्रचार-प्रसार करवाकर जौहरियों को गुमराह किया।
बड़े जौहरियों से मिलकर प्रदशर्नी और विदेशों तक माल बिकवाने का झांसा देकर करोड़ों का सोना, डायमंड, पोलकी, मीना, कुंदन, मोती और अन्य जेवरात लेकर हड़प लिए। न तो भुगतान किया और न ही जेवरात वापस लौटाए। परेशान जौहरी दिल्ली में राशिद के घर पहुंचे तो वो फरार हो गया। ज्यादातर जौहरियों ने कच्ची रसीद पर गैरकानूनी तरीके से लेनदेन किया था, इसलिए बड़ा नुकसान झेलकर भी बोल नहीं पाए। लेकिन, कुछ जौहरियों ने पीड़ा पुलिस को बताई। कोटगेट और नयाशहर थानों में चार मुकदमे दर्ज करवाए।
पुलिस ने छानबीन की तो सामने आया कि राशिद ने बीकानेर ही नहीं, जयपुर-सरदारशहर के जौहरियों से भी ठगी की है। उसने ज्यादातर माल दिल्ली में व्यापारी ऋषभ जैन को बेचा। उससे मिली रकम अय्याशी में उड़ा दी। पुलिस ने चारों मुकदमों में राशिद को गिरफ्तार किया, लेकिन मात्र 13 लाख रुपए की ही बरामदगी हो सकी। उसकी निशानदेही पर ऋषभ जैन भी गिरफ्तार हुआ जो न्यायिक हिरासत में है। जौहरियों का माल वापस नहीं मिला, लेकिन राशिद ने जमानत करवा ली और जेल से बाहर घूम रहा है।


